शहीद वीरांगना का हाल जानने घर पहुंची इंटेलिजेंस कोर की टीम
देहरादून। कर्नल कमांडेंट इंटेलिजेंस कोर लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप कुमार चहल की पहल पर इंटेलिजेंस स्कूल के जवानों ने क्लेमनटाउन में शहीद हवलदार अशोक थापा(सेना मेडल, मरणोपरांत) के परिवार का हाल चाल जाना। उन्होंने शहीद की पत्नी को गौरव पत्र देकर सम्मानित किया। लेफ्टिनेंट जनरल चहल द्वारा भारत के ऐसे ही वीर सपूतों के शौर्य और साहस को कभी न भूलने के लिए के लिए यह पहल शुरू की गई है। उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों के परिजनों का ख्याल रखने और उनका हाल चाल जानने की जिम्मेदारी ली है। इसके लिए उन्होंने इंटेलिजेंस कोर के हर एक जवान को जिम्मेदारी सौंपी है। जिस क्रम में शनिवार को गढ़ी कैंट की इंटेलिजेंस के जवान क्लेमेंटटाउन निवासी शहीद हवलदार अशोक थापा के घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना द्वारा 1994 में चलाए गए आपरेशन हिफाजत के तहत 57 माउंटेन डिवीजन की इंटेलिजेंस और फील्ड सिक्योरिटी कंपनी मणिपुर में तैनात हवलदार अशोक थापा नौ जून 1994 शहीद हो गए थे। उसवक्त उनकी शादी को महज तीन वर्ष ही हुए थे। उनके पीछे पत्नी और एक छह माह की बेटी छूट गई थी। इंटेलिजेंस स्कूल के जवानों ने शहीद की पत्नी प्रभा थापा की लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप कुमार चहल से बात कराई। उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया। टीम ने उन्हें गौरव पत्र, प्रशस्ति पत्र, शॉल,पदक और भगवान की एक मूर्ति देकर सम्मानित किया।