स्वास्थ्य कर्मियों को दिया अंतरा इंजेक्शन का प्रशिक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : स्वास्थ्य विभाग की ओर से विकास भवन सभागार में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जिले में प्रसव केंद्रों में तैनात चिकित्सकों व स्टाफ नर्स को एक दिवसीय इंजेक्टबल कांट्रेसेप्टिव इंजेक्शन अंतरा का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान बताया गया कि महिलाएं अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए हर 3 महीने में इस कांट्रेसेप्टिव इंजेक्शन का प्रयोग कर सकती हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। लंबे समय तक अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए इसे हर 3 महीने में प्रशिक्षित डाक्टर, स्टाफ नर्स, एएनएम से लगवाना आवश्यक है।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षक स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रीता बामोला ने प्रशिक्षणार्थियों को अंतरा इंजेक्शन को प्रयोग में लाने की विधि, लाभार्थियों की काउंसलिंग, इंजेक्शन के प्रभाव व सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि अभी यह सेवा कुछ ही चिकित्सा इकाइयों के माध्यम से प्रदान की जा रही है, परिवार नियोजन साधनों में यह इंजेक्शन पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है जो महिलाएं गर्भनिरोधक के अन्य साधनों का प्रयोग नहीं कर रही हैं वे इस विधि का प्रयोग कर सकती हैं। कहा कि यह सेवा शुरू करने से पहले प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा जांच करवाना आवश्यक है। इस गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से पूर्व लाभार्थी की गोपनीयता सुनिश्चित की जाती है। प्रशिक्षण में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पारुल गोयल, डा. पंकज सिंह, डा. रक्षा नेगी, आशीष रावत, आशा सिंह आदि मौजूद रहे।