उत्तराखंड

सात सूत्रीय मांगों को लेकर जन संघर्ष समिति मुखर

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बागेश्वर। सात सूत्रीय मांगों को लेकर जन संघर्ष समिति कठपुड़ियाछीना आंदोलित है। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की रणनीति बनाई। कहा कि यदि क्षेत्र की उपेक्षा जारी रही तो, इसका खामियाजा भुगतान पड़ेगा। गुरुवार को समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। जिसमें लंबित समस्याओं पर चर्चा हुई। कहा कि शासन-प्रशासन क्षेत्र की उपेक्षा कर रहा है। पृथक विकास खंड नहीं बनने से विकास नहीं हो रहा है। आइटीआइ में इलेक्ट्रानिक अनुदेशक की नियुक्ति नहीं हो सकी है। विद्युत कनेक्शन भी नहीं है। जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। प्राथमिक विद्यालय असों जीर्णशीर्ण हालत में है। बोहाला-घटगाड़ मोटर मार्ग किमी दो से ग्राम डौला, भिटखोला के लिए तीन किमी सड़क नहीं बन सकी है। जिससे लोगों में आक्रोश है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छानी का नाम स्व. गोविंद सिंह नेगी स्मारक कर उच्चीकरण नहीं किया जा रहा है। नदीगांव का पंपगृह को मरम्मत की दरकार है। कई बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। कठपुड़ियाछीना में सोलर जल पंप का निर्माण नहीं हो सका है। गर्मी में पेयजल संकट बना रहता है। उन्होंने शीघ्र समस्याओं का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान शंभू दत्त मिश्रा, एसके मिश्रा, पवन सिंह, सुंदर सिंह, कमल मिश्रा आदि उपस्थित थे।

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