कार्तिक पूर्णिमा: हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
गंगा स्नान व दान कर कमाया पुण्य
जयन्त प्रतिनिधि।
हरिद्वार : कोरोना संक्रमण के बाद पहली बार हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से श्रद्धालु भारी संख्या में हरकी पैड़ी पहुंचे और मां गंगा नदी में श्रद्धा की डुबकी लगाई। हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर पुलिस ने यातायात डायवर्जन के साथ ही पार्किंग भी चिह्नित की।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस ने पूरे मेला क्षेत्र को नौ जोन एवं 32 सेक्टरों में बांटा। उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में कमल दास कुटिया में डीआईजी/एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने स्नान पर्व को लेकर अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। इस दौरान बम निरोधक दस्ते एवं डॉग स्क्वायड भी सक्रिय रहे। इसके अलावा घुड़सवार पुलिस की मदद से भीड़ नियंत्रित की गई। यात्रियों के डूबने की घटना न होने पाए, इसलिए जल पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रहा। घाटों पर 14 जल पुलिस के जवानों व एक प्लाटून फ्लड कंपनी बोट के साथ मुस्तैद रहे। मौके पर एसपी यातायात पीके राय, एसपी देहात परमेंद्र डोबाल, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय समेत अन्य राजपत्रित अफसर एवं पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
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ऋषिकेश में विभिन्न स्थानों से उमड़े लोग
जयन्त प्रतिनिधि।
ऋषिकेश : स्नान व दान के लिए विशेष महत्व रखने वाले कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर तीर्थनगरी में हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। तीर्थनगरी के गंगा घाट पूरे दिन श्रद्धालुओं से भरे रहे। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के साथ गरीब, असहाय व भिक्षुकों को अन्न, प्रसाद, दक्षिणा व वस्त्रादि का दान किया।
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर ऋषिकेश तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में देश के विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु गंगा स्नान को पहुंचे। ऋषिकेश प्रमुख घाट त्रिवेणी घाट पर तड़के से ही गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। गंगा स्नान को देखते हुए यहां गंगा सभा की ओर से श्रद्धालुओं के लिए अलाव तथा चाय की व्यवस्था की गई थी। सुबह से शुरू हुआ गंगा स्नान का क्रम पूरे दिन जारी रहा। दिन के समय में त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में और भी इजाफा हो गया। त्रिवेणी घाट पर धार्मिक संस्थाओं की ओर से हनुमान चालीसा तथा सुंदर कांड के पाठ के अलावा अन्य अनुष्ठान भी आयोजित किए गए। कई श्रद्धालुओं ने शुभ पर्व पर अपने बच्चों का मंडल संस्कार भी गंगा तट पर करवाया।
गंगा स्नान पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए त्रिवेणी घाट पर जल पुलिस व पुलिस बल तैनात किया गया था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेश जोशी ने टीम के साथ त्रिवेणी घाट पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। त्रिवेणी घाट के अलावा लक्ष्मणझूला, मुनिकीरेती, स्वर्गाश्रम क्षेत्र में भी गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे। कोरोना काल में पिछले डेढ़ वर्षों में गंगा स्नान के लिए इस कदर भीड़ नहीं उमड़ी थी। मगर, कार्तिक पूर्णिमा के पर्व ने गंगा के घाटों के इस सन्नाटे को तोड़ने का काम किया। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से त्रिवेणी घाट पार्किंग तथा घाट रोड पूरी तरह से खचाखच भरी रही।