केवी और लालढांग-चिल्लरखाल को लेकर सीएम से की हस्तक्षेप की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोटद्वार से जुड़े पूर्व सैनिकों ने लालढांग-चिल्लरखाल और केन्द्रीय विद्यालय की मांग पर कार्यवाही के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। पूर्व सैनिकों ने उक्त मांगों को लेकर मंगलवार को तहसील परिसर में धरना दिया।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने कहा कि कोटद्वार की जनता पिछले कई सालों से केन्द्रीय विद्यालय की मांग कर रही है, लेकिन अभी तक केन्द्रीय विद्यालय स्थापना नहीं हो पाई है। जिस कारण सेवारत सैनिक एवं पूर्व सैनिक अपने पाल्यों को निजी विद्यालयों में शिक्षा दिलाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने भी वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना का वादा जनता से किया था, लेकिन सरकार का पौने चार साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है, लेकिन अभी तक इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं हो पाई है। जिससे पूर्व सैनिकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने प्रदेश सरकार से केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति दिलाने के साथ ही बजट आवंटित करने की मांग की है। परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीपी डोबरियाल ने कहा कि लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का निर्माण कोटद्वार भाबर के विकास के दृष्टिकोण से अति आवश्यक है, लेकिन राज्य बनने के बीस साल बाद भी उक्त मोटर मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उक्त मोटर मार्ग का निर्माण कार्य कराया जाय। ज्ञापन देने वालों में कैप्टन सीपी डोबरियाल, उपाध्यक्ष अनूप बिष्ट, सचिव सुभाष कुकरेती, बलवान सिंह रावत, उमेद सिंह चौधरी, सुरेश रावत, सूरवीर सिंह खेतवाल, गोपार्ल ंसह नेगी, कैप्टन सीपी धूलिया आदि शामिल थे।