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किसानों ने सरकार पर लगाया आरोप, कहा- अब करपोरेट के लिए बन रहे नियम

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नई दिल्ली, एजेंसी। 3 केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत दर्जनभर राज्यों के किसानों का आंदोलन लगातार 5वें दिन भी जारी है। सोमवार को किसानों ने यूपी गेट पर चेतावनी का बैनर लगा दिया। किसान यूनियन की धारा 288 लगाई गई है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि पुलिस ने धारा 144 लगाकर हमें प्रतिबंधित करने की कोशिश की है, तो हमने धारा 288 लगाकर उन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। अब हम उनकी सीमा में नहीं जाएंगे और उन्हें अपनी सीमा में नहीं आने देंगे।
इधर, किसानों की प्रेस वार्ता में हरियाणा के भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि संविधान लोगों के द्वारा लोगों के लिए हैं मगर अब करपोरेट इस कदर हावी हो रहे हैं कि नियम करपोरेट के द्वारा करपोरेट के लिए बनाया जा रहा है। इस दौरान हम जैसे किसानों का शोषण हो रहा है। किसान इससे परेशान है।
उधर, दिल्ली-यूपी गेट पर धीरे-धीरे किसानों का जमावड़ा बढ़ने लगा है। सोमवार को यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे किसानों ने अब तक दो बार दिल्ली पुलिस का बैरिकेड तोड़ा है। इससे पहले रविवार को पांच बार बैरिकेड तोड़ा था। इसके चलते पुलिस ने अब बैरिकेड के पास पर बड़े-बड़े पत्थर रख दिए हैं, जिससे किसान इसे तोड़ नहीं सकें।
वहीं, एक मेडिकल टीम भी सिंघु बर्डर पर तैनात कर दी है और यहां पर मेडिकल र्केप लगाया गया है। यहां पर प्रदर्शनकारियों की जांच-पड़ताल की जा रही है। मेडिकल टीम में शामिल डक्टर का कहना है कि हमें यहां कोविड-19 टेस्ट आयोजित करना चाहिए। अगर सुपर स्प्रेडर की कोई संभावना है, तो बीमारी अन्य लोगों में फैल सकती है, जो विनाशकारी होगा।
इस बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा है कि देशभर में मंडियां समाप्त नहीं होंगी, बल्कि चलती रहेंगीं। उन्होंने ट्ववीट किया है- नए कृषि कानून एपीएमसी मंडियों को समाप्त नहीं करते हैं। मंडियां पहले की तरह ही चलती रहेंगी। नए कानून ने किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आजादी दी है। जो भी किसानों को सबसे अच्छा दाम देगा वो फसल खरीद पायेगा चाहे वो मंडी में हो या मंडी के बाहर। सिंघु के साथ टिकरी और दिल्ली-यूपी बर्डर पर भी किसानों ने मोर्चा मोर्चा संभाल लिया है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने बताया है कि सिंधु और टीकरी बर्डर पर सभी तरह का यातायात आवागन पूरी तरह से रोक दिया गया है।
यह भी जानकारी मिली है कि हरियाणा व पंजाब के किसानों ने रविवार को हरियाणा से सटे गांवों के रास्ते दिल्ली में प्रवेश कर लिया। दिल्ली में प्रवेश करने के बाद वे सिंघु बर्डर पर ही रुक गए। रविवार शाम एक ओर किसान प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस दूसरी तरफ तैनात थी। उसी समय पंजाब के अमृतसर से आया किसानों का जत्था सोनीपत से होते हुए हरियाणा की सीमा से सटे दिल्ली के गांवों में घुस गया। ट्रैक्टरों का यह बेड़ा इतनी आसानी से दिल्ली में प्रवेश कर गया कि किसी को इसकी भनक भी नहीं लगी। दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारी किसानों से बार-बार बुराड़ी के संत निरंकारी मैदान में जाने की अपील करते रहे, लेकिन किसानों ने पुलिस की एक न मानी और वहीं पर डेरा डाल दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

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