कोटद्वार में कोरोना का खौफ: पदमपुर मोटाढांक और गोरखपुर में दो बस्तियां माइक्रो कन्टेमेंट जोन घोषित, की सील, कोटद्वार में कोरोना से जंग की तैयारी: आईएचएमएस और भगवन्त ग्लोबल कोविड केयर सेंटर को अधिकृत, सिडकुल कम्युनिटी हॉल भी चयनित, कोरोना जांच के लिए लिये जा रहे प्रवासियों के सैंपल, पीआरडी जवान कोरोना के प्रति लोगों को कर रहे जागरूक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। जिसके तहत पदमपुर मोटाढांक और गोरखपुर मवाकोट में कोरोना पॉजिटिव पाये गये एक युवक एवं एक महिला के मोहल्ले को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार पदमपुर मोटाढांक में एक युवक के संक्रमित होने के बाद उसके परिवार के दो अन्य सदस्यों में कोरोना संक्रमण होने और गोरखपुर मवाकोट मेें एक महिला के कोरोना संक्रमित होने के कारण उसके फैलने को रोकने के लिए उनके घर के मोहल्ले को चिन्हित कर माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया है। विगत 25 जुलाई को पदमपुर मोटाढांक निवासी एक युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। कोरोना पॉजिटिव युवक की कान्टेक्ट ट्रेसिंग में उसके परिवार के दो अन्य सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये। उक्त क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार के दृष्टिगत जिलाधिकारी गढ़वाल के आदेश पर तहसील कोटद्वार के अन्तर्गत दैवीय आपदा हेतु गठित आईआरटी का यह समाधान हो गया है कि उक्त क्षेत्र में उपरोक्त व्यक्तियों के संवाहक के रूप में आम जनमानस में कोविड-19 के प्रसार की संभावना के दृष्टिगत स्थानीय निवासियों को मुख्य धारा से पृथक किया जाना आवश्यक है। एसडीएम योगेश मेहरा ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी/नोडल अधिकारी दुगड्डा कोटद्वार, तहसीलदार कोटद्वार की रिपोर्ट के आधार पर चिन्हित क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया है। इसके अलावा गोरखपुर मवाकोट को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील किया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त माइक्रो कंटनमेंट जोन में उक्त अवधि में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय परीक्षण, सम्पर्क में आये व्यक्तियों की पहचान, प्राइमरी व्यक्तियों के कॉन्टेक्ट, प्राईमरी कॉन्टेक्ट के आइसोलेशन, चिकित्सीय परीक्षण एवं आवश्यकतानुसार सैम्पल लिये जाने एवं सैम्पलों की रिपोर्ट के आधार पर आंकलन किये जाने उपरान्त उपरोक्त प्रतिबन्धों में छूट किये जाने अथवा समाप्ति पर विचार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र में कोरोना के अधिक मामले आयेगें वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर लोगों का कोरोना टेस्ट किया जायेगा। ऐसी जगह चिन्हित करने के लिए एक टीम बनाई गई है।
कोटद्वार में कोरोना से जंग की तैयारी: आईएचएमएस और भगवन्त ग्लोबल कोविड केयर सेंटर को अधिकृत, सिडकुल कम्युनिटी हॉल भी चयनित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर गंभीर हो गया है। प्रशासन ने जहां सिगड्डी स्थित सिडकुल के कम्युनिटी हॉल को कोविड केयर सेंटर हेतु चयनित किया है। वहीं आईएचएमएस और भगवन्त ग्लोबल विश्वविद्यालय को कोविड केयर सेंटर हेतु अधिकृत कर लिया है। जबकि अन्य प्रदेशों से आने वाले सभी यात्रियों के कौड़िया चेक पोस्ट पर कोरोना टेस्ट किये जा रहे है। प्रतिदिन करीब दो सौ लोगों के टेस्ट किये जा रहे है। उपजिलाधिकारी का कहना है कि जरूरत पड़ने पर कोरोना संक्रमित मिरीजों को इन कोविड केयर सेंटरों में भर्ती किया जायेगा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड केयर सेंटरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। जरूरत के हिसाब से कोविड केयर सेंटरों की संख्या बढ़ाई जायेगी।
वर्तमान में कोटद्वार में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले छ: दिनों में कोटद्वार में कोरोना के 33 नये मरीज सामने आये है। वर्तमान में कोटद्वार में कोरोना मरीजों का उपचार राजकीय बेस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड और कोविड केयर सेंटर कौड़िया में चल रहा है, लेकिन लगातार कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड केयर सेंटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि आईएचएमएस और भगवन्त ग्लोबल विश्वविद्यालय को कोविड केयर सेंटर हेतु अधिकृत कर लिया है। जबकि सिगड्डी स्थित सिडकुल के कम्युनिटी हॉल को कोविड केयर सेंटर हेतु चयनित कर लिया है। आईएचएमएस की 150 और भाबर स्थित भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय और सिगड्डी स्थित सिडकुल के कम्युनिटी हॉल की 90-90 बेड की क्षमता है। उन्होंने बताया कि आवश्यकतानुसार कोविड केयर सेंटर और आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ाई जायेगी। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को कोरोना को लेकर पूरी तरह से सर्तक है। एसडीएम ने बताया कि कोविड केयर सेंटर का चयन कर लिया है और वहां सभी आवश्यक सुविधाएं मसलन भोजन, बिजली, पानी, पंखे-कूलर, वाटर कूलर आदि की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि मरीज को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े़।
कोरोना जांच के लिए लिये जा रहे प्रवासियों के सैंपल
पौड़ी जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन सर्तक हो गया है। प्रशासन से अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व प्रवासियों की कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग करने का निर्णय लिया है। रैपिड सैंपलिंग के लिए चिन्हित व्यक्तियों की रिपोर्ट आने तक इन्हें क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। कोटद्वार प्रशासन ने सीमा पर प्रवासियों व बाहर से आने वाले अन्य लोगों की रैंडम सैंपलिंग की तो इससे कोरोना संक्रमण के मामले भी पकड़ में आने लगे हैं। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासी व यात्रियों की शतप्रतिशत सैंपलिंग की जायेगी। सैंपल के दौरान ही संबंधित लोगों के नाम-पता समेत उनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री भी दर्ज करवाई जा रही है। ताकि उनमें संक्रमण की पुष्टि होने के बाद रोकथाम के कार्य तेज किए जा सकें। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 150 से 200 लोगों के सैंपल लिये जा रहे है।
पीआरडी जवान कोरोना के प्रति लोगों को कर रहे जागरूक
नगर निगम कोटद्वार में 40 पीआरडी जवानों की तैनाती लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से की गई है। प्रत्येक वार्ड में एक-एक जवान की तैनाती की गई है। कोरोना को लेकर स्थानीय प्रशासन और नगर निगम प्रशासन द्वारा अतिरिक्त ऐहतियात बरती जा रही है। क्षेत्र में जागरुकता व व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीआडी जवानों की तैनाती की गई है। यहां तैनात पीआरडी जवान लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के साथ ही मास्क पहनने व हाथों को सेनेटाइज करने को प्रेरित कर रहे है। जवानों ने लोगों से कोरोना प्रति सतर्क रहने की अपील की। वहीं उन्हें कोरोना वायरस के लक्षणों से भी अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक किया गया। साथ ही बचाव के तौर-तरीके भी बताए। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि जागरूकता अभियान चलाकर कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बाजार सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले लोगों के चालान किये जा रहे है। इसके लिए नगर निगम, पुलिस और राजस्व विभाग की अलग-अलग टीमें गठित की गई है।