कोटद्वार में निगम के सम्पत्ति कर को वापस लेने को सड़कों पर उतरे अनेकों संगठन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार नव निर्माण संघर्ष समिति, पुलिस पेंशनर्स कल्याण समिति, उत्तराखण्ड क्रांति दल ने गृहकर, भूखण्ड कर, व्यवसाय कर (सम्पति कर) को समाप्त करने, मोटर माग का शीर्घ निर्माण कराने की मांग को लेकर नगर निगम कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौक पर समिति के सदस्यों की ओर से सम्पत्ति कर के विरोध में आपत्ति दर्ज कराई गई।
उत्तराखण्ड क्रांति दल ने सम्पत्ति कर व अन्य करों के विरोध में मालवीय उद्यान में धरना दिया। यूकेडी कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार जनता पर सम्पत्ति कर सहित अन्य करों को थोपती है तो कोटद्वार की महापौर सहित समस्त पार्षदों को इस्तीफा देकर जनता के साथ सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरना चाहिए। शनिवार को मालवीय उद्यान में धरना देते हुए वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखण्ड क्रांति दल द्वारा नगर निगम बनाने पर व ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने पर दो माह तक तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया था, जबकि राष्ट्रीय दलों की कोटद्वार नगर निगम बनाने में मौन सहमति थी। उन्होंने कहा कि नगर निगम बनाते समय मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि नगर निगम में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों से 10 वर्षों तक किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाएगा। जबकि दिसम्बर 2019 में नगर निगम द्वारा व्यावसायिक, कूड़ा निस्तारण आदि टैक्सोें को लगाने को लेकर समाचार पत्रों में विज्ञप्ति जारी की गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण नगर निगम टैक्स वसूलने की कार्यवाही नहीं कर पाया। नगर निगम प्रशासन ने 22 अक्टूबर 2020 को व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और खाली भूखण्डों पर टैक्स लगाने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर 30 दिन के अंदर नगर निगम क्षेत्र की जनता से आपत्तियां मांगी थी। जिसकार यूकेडी पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि पूर्व नगर पालिका के शहरी क्षेत्र में भी पूर्व की भांति टैक्स लिया जाय, शहरी क्षेत्र में टैक्स की बढ़ी हुई दरों को लागू न किया जाय। धरना देने वालों में महेन्द्र्र ंसह रावत, पितृशरण जोशी, भूपार्ल ंसह रावत, गुलाब सिंह रावत, हयात सिंह गुसांई, पुष्कर्र ंसह, विजयपाल सिंह, विनय भट्ट, बंटी सिंह नेगी, विजय सिंह, प्रवीन नेगी, लक्ष्मी रावत, आनन्दी कुकरेती, सुशीला देवरानी, प्रकाश बमराड़ा, प्रदीप, ओमप्रकाश, राजेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र भाटिया, बलवन्त सिंह रावत, रेखा रावत, प्रतिभा रावत, अनिल जोशी आदि शामिल थे।