कोटेश्वर अस्पताल में अग्निकांड के कारणों की जांच को समिति गठित
रुद्रप्रयाग। कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम अस्पताल में लगी आग के कारण और क्षति के मुआवजे के लिए समिति गठित कर दी गई है। जिलाधिकारी मनुज गोयल के निर्देशों पर एडीएम की अध्यक्षता में समिति आगजनी मामले की जांच करेगी। जांच समिति तीन दिन में रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेगी।
सोमवार को जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कोटेश्वर अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आगजनी से हुई क्षति के मूल्यांकन के लिए अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की। समिति में मुख्य चिकित्साधिकारी, अधिशासी अभियंता आरईएस, विद्युत, फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल किए गए। जांच समिति द्वारा अग्निकाण्ड का कारण, घटना से संबंधित का उत्तरदायित्व निर्धारित करने, परिसंपत्तियों की क्षति का आंकलन किया जाएगा। साथ ही भविष्य में घटनाओं को रोकने के लिए स्पष्ट सुझाव व जांच कर तीन दिन के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को 24 घंटे पूर्ण निगरानी करने के साथ ही अधिशासी अभियंता आरईएस को तीन दिन के भीतर अस्पताल की मरम्मत के लिए डीपीआर तैयार करने, अस्पताल में विद्युत की वैकल्पिक संयोजन लेने, अगस्त्यमुनि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीएमओ डॉ बीपी शुक्ला ने बताया कि अस्पताल में आग की घटना को ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों द्वारा तत्काल सूचित कर दिया गया था जिसके बाद मरीजों को शीघ्र अगस्त्यमुनि शिफ्ट किया गया। आग से अस्पताल में किसी प्रकार की जन हानि नही हुई है, प्रमुख रूप से भवन के भूतल में रखी हुई करीब 130 चारपाई, बिस्तर व ऑक्सिजन पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हुई है। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह, सीएमओ डॉ बीपी शुक्ला, एसीएमओ डॉ जितेंद्र नेगी, ईई आरईएस श्रीपति डोभाल सहित कई अधिकारी मौजूद थे।