लद्दाख में भारत चीन सीमा तनाव
नई दिल्ली, एजेन्सी। भारत-नेपाल में सीमा को लेकर चल रहे विवाद के बीच बिहार के सीतामढ़ी से बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि जानकीनगर बॉर्डर पर नेपाल शस्त्र बल की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई है जिसमें खेत पर काम कर रहे एक भारतीय शख्स की मौत हो गई। चार अन्य लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
घटना सीतामढ़ी के सोनबरसा बॉर्डर इलाके के जानकीनगर गांव की है। जानकारी के मुताबिक भारत-नेपाल सीमा पर विवाद हुआ था, जिसके बाद नेपाल पुलिस की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई। फायरिंग की इस घटना के बाद से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। मौके पर जिला प्रशासन के कई वरीय अधिकारी रवाना हो चुके हैं।
बता दें कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में तल्खी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा आठ मई को उत्तराखंड के धारचुला को लिपुलेख दर्रे से जोड़ने वाली 80 किलोमीटर लंबी सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सड़क का उद्घाटन करने के बाद शुरू हुई। नेपाल ने सड़क के उद्घाटन पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया कि यह सड़क नेपाली क्षेत्र से होकर गुजरती है।
भारत ने नेपाल के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह सड़क पूरी तरह से उसके क्षेत्र में आती है। नेपाली अधिकारियों का कहना है कि 1962 में भारत-चीन युद्ध से पहले से ही इस इलाके पर नेपाल का नियंत्रण है। उस समय भारत ने नेपाल के शासकों की अनुमति से कुछ समय के लिये यहां अपनी सेना तैनात की थी, लेकिन फिर उसने अपनी सेना नहीं हटाई।
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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सीडीएस और तीनों सेना के प्रमुखों के साथ बैठक
नई दिल्ली, एजेन्सी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के साथ बैठक की और लद्दाख में स्थिति की समीक्षा की। यह बैठक ऐसे समय पर हुई है एक तरफ चीन तनाव को खत्म करने की बातें कर रहा है तो दूसरी तरफ सिक्किम से लद्दाख तक उसने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों में बातचीत चलने के बावजूद, भारत ने लद्दाख, उत्तर सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटे लगभग सभी संवेदनशील इलाकों में और सैनिकों की तैनाती की है जो चीन के समान सैन्य ताकत को बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों का पैंगोंग और पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में आमने सामने का टकराव जारी है। सैन्य सूत्रों ने मंगलवार को दावा किया था कि दोनों देशों की सेनाओं ने गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में गश्ती प्वांइट 14 और 15 पर पीछे हटना शुरू किया है और चीनी पक्ष दो क्षेत्रों में 1.5 किलोमीटर पीछे हटे हैं। भारत और चीनी सेना 5 मई से आमने सामने है।
बहरहाल, इस पर अबतक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। बुधवार को दोनों पक्षों ने क्षेत्र में तनाव को कम करने के लिए मेजर जनरल स्तर की वार्ता की है। सूत्रों ने बताया कि साढ़े चार घंटे लंबी चली बातचीत में भारतीय शिष्टमंडल ने पूर्ण यथास्थिति को बहाल करने और तत्काल प्रभाव से उन इलाकों से चीनी सैनिकों की वापसी पर जोर दिया, जिन्हें भारत एलएसी पर अपना मानता है।