लीकेज पाइप लाइनों से बर्बाद हो रहा हजारों लीटर पानी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। एक ओर तो जल संस्थान जल संरक्षण की बात कह रहा है, वहीं पेयजल लाइनों की मरम्मत नहीं करा पा रहा है। विभाग समय-समय पर अभियान चलाकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करता है, लेकिन विभागीय लापरवाही से शहर में प्रतिदिन हजारों लीटर पेयजल व्यर्थ बह रहा है।
वहीं लाइन लीकेज और अव्यवस्थाओं से पेयजल व्यर्थ बहता रहता है। शहर में कई स्थानों पर पानी की लाइन लीकेज व नलों पर टोंटी नहीं होने से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। तहसील परिसर में एक सप्ताह से पेयजल लाइन लीकेज होने से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बह रहा है। जिस कारण लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। जब तहसील परिसर में ही ऐसी स्थिति बनी हुई है तो ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। तहसील में पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो रखी है। ऐसे में जितनी देर जलापूर्ति होती है, पानी व्यर्थ ही बहता रहता है। सुबह आने वाली आपूर्ति के दौरान घंटों पानी व्यर्थ ही बहता रहता है। यही स्थिति बदरीनाथ मार्ग की भी है। यहां सड़क के किनारे में पाइपलाइन वा वॉल्व क्षतिग्रस्त होने से जलापूर्ति के दौरान शुद्ध पेयजल सड़क पर बहता रहता है। जिस कारण राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता एलसी रमोला का कहना है कि मेरे संज्ञान में ऐसा कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है। यदि ऐसा है, तो तुरंत दुरुस्त कराया जाएगा। कर्मचारियों को मौका मुआयना कर समस्या का समाधान कराने के निर्देश दिए जाएंगे। पानी की बचत करना विभाग का ही नहीं आमजन का भी कर्तव्य है।