मौलवियों के साथ बैठक: ममता बोलीं- भाजपा बंगाल की सत्ता में आई तो खाना भी बंद कर देगी

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कोलकाता , पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम मौलवियों के साथ एक बैठक में भाजपा पर राज्य में ध्रुवीकरण करने और उनकी सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर मुसलमानों का खाना भी बंद कर देगी और दिल्ली में बंगाली इलाकों में मछली और मांस बंद करने का उदाहरण दिया। ममता बनर्जी ने वक्फ एक्ट में बदलाव को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भाजपा ने संविधान संशोधन के बजाय चाल चली है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, …क्या अब आपके (भाजपा) पास अकेले बहुमत है? आपके पास नहीं है, फिर भी आप ये सब करते हैं। आज देखिए, चंद्रबाबू नायडू चुपचाप बैठे हैं। नीतीश बाबू चुपचाप बैठे हैं, पूरा समर्थन दे रहे हैं। क्यों? क्योंकि भाजपा उन्हें कुछ शक्ति दे देगी। क्या आप इस शक्ति के लिए अपना दिल और खून भी दे देंगे? क्या आपको उन्हें वोट देना चाहिए?
ममता बनर्जी के इन आरोपों पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुस्लिम मौलवियों के साथ ममता बनर्जी की बैठक को दंगाइयों का जमावड़ा बताया और आरोप लगाया कि ममता बनर्जी उन्हें दिल्ली जाकर दंगा करने के लिए उकसा रही हैं। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली जाने के लिए बिहार औऱ उत्तर प्रदेश से होकर गुजरना होगा, जहां नीतीश कुमार और योगी आदित्यनाथ की सरकारें हैं। उन्होंने ममता बनर्जी के आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि क्चस्स्न ने गौ तस्करी और मानव तस्करी को रोका है।
अधिकारी ने ममता बनर्जी पर 2026 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, हाल ही में हारी हुई तीन सीटों पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अपने राजनीतिक लाभ के लिए राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी के इन बयानों ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
ममता बनर्जी ने भाजपा पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया है, जबकि सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर दंगा भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। दोनों नेताओं के इन आरोपों-प्रत्यारोपों से राज्य में राजनीतिक तनाव और बढ़ने की आशंका है।

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