कोटद्वार-पौड़ी

भुलाया नहीं जा सकता शहीदों का बलिदान

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी: पौड़ी जनपद में कारगिल विजय दिवस को शौर्य दिवस में रूप मनाया गया। जनपद मुख्यालय में शहीद स्मारक एजेंसी चौक पौड़ी में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ओपी फर्सवाण सहित अन्य अधिकारियों व पूर्व सैनिकों ने कारगिल युद्ध के शहीद वीर जवानों को पुष्प चक्र व श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। कार्यक्रम से पूर्व छात्र-छात्रओं द्वारा एजेंसी चौक से कलेक्ट्रेट तक प्रभातफैरी निकाली गई, जिसे मुख्य अतिथि द्वारा हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया गया।
मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय इतिहास में आज का दिन गौरवशाली दिन के रूप में अंकित है। कहा कि यह दिन हमारी विजय गाथा की याद दिलाता है। आज के दिन ही कारगिल के युद्ध में हमारे जांबाज वीर सैनिकों ने वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान की सेना को हराकर टाईगर हिल को जीत कर तिरंगा फहराया था। कहा कि पूर्व सैनिकों की जो भी समस्याएं है, उनका समाधान किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि कारगिल युद भारतीय सेना की वीरता का एक ऐसा उदाहरण है जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्व में भारतीय सेना ने लगभग 527 से अधिक वीर सैनिकों को खोया था। इस युद्ध में न केवल 527 वीर सैनिक शहीद हुए बल्कि 1300 से अधिक सैनिक घायल हुए थे। कारगिल युद्ध में 2700 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए जबकि 250 पाकिस्तानी सैनिक युद्ध छोड़कर भाग निकले थे। कहा कि शहीद सैनिकों व पूर्व सैनिकों को सरकार हर तरह का सहयोग कर रही है। स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी ने कहा कि कारगिल युद्व में शहीद हुए जवानों को आज भी याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज हम सब लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं तो वह सैनिकों की वजह से हैं। जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने कहा कि वर्ष 1999 में पाकिस्तान ने कारगिल पर हमला कर दिया था, इस दौरान देश के कई सैनिकों ने देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसे देश हमेशा याद करता रहेगा। कारगिल युद्ध लगभग 60 दिनों तक चला और इस युद्ध की समाप्ति 26 जुलाई को हुई। इस युद्ध में भारतीय सेना ने जीत हासिल की। तब से हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है और युद्ध में शहीद होने वाले भारतीय सेना के जवानो को और देश के प्रति दी गई उनकी कुर्बानी को याद किया जाता है। उसके उपरांत प्रेक्षागृह पौड़ी में शहीदों के चित्रों पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान मा0 मंत्री ने शहीद के परिजनों को सम्मानित भी किया। वहीं स्कूली छात्रों द्वारा देशभक्ति गीत की शानदार प्रस्तुति दी गई। साथ ही अतिथियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन करने वालें छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, डीसीबी अध्यक्ष नरेंद्र रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष सहकारिता संघ मातवर सिंह नेगी, नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चौहान, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ओपी फर्सवाण, नगर पालिका ईओ प्रदीप बिष्ट, संस्कृति विभाग से प्रेमचंद ध्यानी, पूर्व सैनिक राजेंद्र राणा, राजेंद्र रावत, भाजपा अध्यक्ष संपत सिंह रावत सहित अन्य उपस्थित थे।

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