उत्तराखंड

मुनस्यारी के गिनीगांव में भारी भूस्खलन से चार मकान आपदा की जद में

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पिथौरागढ़। सीमांत जनपद में दो दिन थमने के बाद फिर से आसमानी आफत मुसीबत बनकर बरसी है। मुनस्यारी के गिनीगांव में भारी भूस्खलन से चार मकान आपदा की जद में आ गए हैं। प्रभावितों को अपना आशियाना छोड़ पड़ोसियों के यहां शरण लेनी पड़ी है। भूस्खलन से पैदल रास्ते भी ध्वस्त हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। मुनस्यारी के गिनीगांव में बीते सोमवार हुई बारिश यहां के लोगों के लिए आफत बनकर बरसी। भारी बारिश के बाद गांव में भूस्खलन शुरू हो गया। पहाड़ी दरकने के साथ ही घरों के आंगन की सुरक्षा दीवारें ढह गई। जिससे खड़क सिंह, गुमान सिंह, दुर्गा सिंह और हयात सिंह के मकान आपदा की जद में आ गए। मकानों में दरारें आ गई हैं। सुरक्षा की दृष्टि से प्रभावित परिवारों को घर छोड़ पड़ोसियों के यहां शरण लेनी पड़ी है। वहीं, भूस्खलन से पैदल रास्ते भी पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। जिससे ग्रामीण गांवों में ही कैद होकर रह गए हैं।
जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंच रहे हैं बच्चे
मुनस्यारी। गिनीगांव में भूस्खलन से स्कूल जाने वाले सभी रास्ते ध्वस्त हो गए हैं। गांव में लगातार भूस्खलन जारी है। लगातार जमीन दरक रही है। पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। स्कूली बच्चे किसी तरह जान जोखिम में डालकर खतरे के बीच स्कूल पहुंच रहे हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों की चिंता सता रही है।
टीम को गांव में भेजा गया है। ग्रामीणों की सुरक्षा के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। नुकसान का आंकलन कर आगे की कार्रवाई होगी।- एके सिंह, तहसीलदार, मुनस्यारी।

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