मोदी ने आरजेडी व कांग्रेस पर साधा निशाना, बिहार में परिवारवाद हार रहा है, जनतंत्र जीत रहा
अररिया सहरसा, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार में परिवारवाद हार रहा है। जनतंत्र की जीत हो रही है। बिहार की पवित्र भूमि ने ठान लिया है कि इस नए दशक में बिहार को नई ऊंचाई पर पहुंचाएंगे। बिहार के लोगों ने जंगलराज व डबल युवराजों को सिरे से नकार दिया है। जंगलराज ने बिहार के सामर्थ्य के साथ जो विश्वासघात किया, उसे बिहार का हर नागरिक अच्टे से जानता है। आज बिहार असुरक्षा और अराजकता के अंधेरे को पीटे छोड़ चुका है। जंगलराज वाले भारत माता की जय नहीं बोलते। जिन्हें भारत माता की जय बोलने में दिक्कत आती है वे एकजुट होकर चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए लोगों को 15 वर्ष पूर्व के शासन की याद दिलाई। प्रधानमंत्री ने ये बातें अररिया के फारबिसगंज व सहरसा में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कही।
पीएम ने मैथिली भाषा में गोर लगे छि से अभिवादन के बाद अपना भाषण शुरू किया। अपने भाषण में जहां कांग्रेस व राजद पर तंज कसा वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व एनडीए सरकार की प्रशंसा की। कहा, आज बिहार में रंगदारी, रंगबाजी, अहंकार हार रहा है। गुंडागर्दी हार रही है और कानून राज लाने वाले जीत रहे हैं। बिहार वो दिन भूल नहीं सकता जब इन लोगों (महागठबधंन) ने चुनाव को मजाक बना दिया था। ये लोग बिहार के लोगों को वोट देने नहीं देते थे, हर जगह बूथ कैप्चरिंग होती थी। उस दौरान लोग घरों में कैद रहते थे और उनके गुंडे जबरदस्ती मतदान करते थे। बिहार में सही मायने में मत का अधिकार एनडीए सरकार ने दिया है। आज बिहार में वंचित, पिछड़ा, किसी जाति, किसी धर्म के लोग वोट दे सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर बिहार में पुराने हालात होते तो आज गरीब का बेटा भारत का प्रधानमंत्री नहीं बन पाता। मोदी ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस से इस कदर नाराज है कि लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर भी उनके 100 एमपी भी नही हैं।
कहा की बिहार में अहंकार हार रहा है, परिश्रम फिर जीत रहा है। आज बिहार में घोटाला हार रहा है, लोगों का हक फिर जीत रहा है। उन्होंने कहा की आज एनडीए के विरोध में जो लोग खड़े हैं, वो इतना कुछ खाने-पीने के बाद अब फिर से बिहार को लालच भरी नजरों से देख रहे हैं। लेकिन बिहार की जनता जानती है कि कौन बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्घ है और कौन अपने परिवार के विकास के लिए। आज एनडीए के विरोध में जो लोग खड़े हैं, वो इतना कुछ खाने-पीने के बाद अब फिर से बिहार को लालच भरी नजरों से देख रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा झूठ बोलकर कांग्रेस ने देश के लोगों के क्या-क्या सपने दिखाए। चुनाव से पहले कहते थे गरीबी हटाएंगे, किसान का कर्जा माफ करेंगे, टैक्स कम करेंगे। बातें बहुत कीं, लेकिन इतिहास गवाह है, दस्तावेज गवाह हैं कि इन्होंने इसमें से एक भी काम नहीं किया। सिर्फ लोगों को गुमराह किया। बिहार में कहा जाता है- अनकर धन पाईं, त नौ मन तौलाईं। स्वार्थ का भाव ये कि जब दूसरे का पैसा है, तो जितना चाहे खरीदो, क्या फर्क पड़ता है। जब जनता का पैसा है, तो जितना चाहे लूटो। ये लोग जनता के लिए, आपके लिए काम नहीं कर सकते।
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर चलते हुए आज एनडीए सरकार बिना किसी भेदभाव लोगों के हितों के लिए काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दशक में हर घर गैस सिलेंडर पहुंचा, ये दशक पाइप से गैस पहुंचाने का है़ पिछले दशक में गरीब को शौचालय मिला, अब पक्की छत देने का दशक है। बिहार को फिर डबल इंजन की ताकत मिलेगी तो यहां का विकास पहले से भी तेज गति से होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में आज बिना किसी भेदभाव के लोगों को विकास का लाभ मिल रहा है, सरकार की ओर से गैस सिलेंडर, शौचालय, आयुष्मान भारत जैसी मदद गरीबों को दी गई है।
पीएम ने कहा जब भी मैं बिहार आता हूं, मखाने की बात जरूर करता हूं। ऐसा नहीं है कि मेरे आने के बाद ही सबको ये पता चला कि यहां मखाना इतना ज्यादा होता है, इतना अच्छा होता है। ये बात पहले से भी पता थी लोगों को, लेकिन गर्व के साथ हम अपनी चीजों का बखान नहीं करेंगे तो कौन करेगा। आज सहरसा की इस भूमि से, मैं देशभर के लोगों को एक आग्रह भी करना चाहता हूं। धनतेरस आने वाला है, दीवाली आने वाली है, फिर छठी मैया की पूजा भी है। जितना संभव हो पाए लोकल चीजें ही खरीदीए।
आत्मनिर्भर बिहार यानि बिहार का नेक्स्ट जनरेशन आईटी हब के रूप में विकसित होगा। नए दुग्ध प्रोसेसिंग उद्योगों का विकास होगा। सैकड़ों नए किसान उत्पादक संघों का निर्माण होगा। स्थानीय उद्यमियों, स्थानीय व्यापारियों व कुटीर उद्योगों का विकास होगा। मेडिकल-इंजीनियरिंग जैसी तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा श्श्देश के कई स्थानों पर आज उप-मतदान चल रहे हैं। बिहार में भी कई जगह चुनाव चल रहा है। चुनाव लोकतंत्र का बड़ा उत्सव होता है़ इस उत्सव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। यही उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी है। उन्होंने कहा कि श्श्कोरोना के संकटकाल में बिहार के लोग अपने घरों से निकल रहे हैं, इतनी बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं। लोकतंत्र की इतनी बड़ी ताकत, लोकतंत्र के प्रति हर बिहारी का इतना बड़ा समर्पण ये पूरे विश्व के लिए एक भरोसा जगाने वाली घटना है।