92 देशों में फैला मंकीपक्स, डब्ल्यूएचओ बोला- तेजी से बढ़ रहे केस, वैक्सीन मांग रहे देश
जिनेवा, एजेंसी। कोरोना के बाद अब मंकीपक्स की दहशत लोगों को डराने लगी है। मंकीपक्स वायरस अब दुनिया के 92 देशों तक फैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को ये जानकारी दी। डब्ल्यूएचओके महानिदेशक ड टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा कि मंकीपक्स अब तक 92 देशों और क्षेत्रों तक फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ को प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 35,000 से अधिक मामले सामने आए हैं, वहीं वायरस से अब तक 12 मौतों हुई हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह लगभग 7,500 मामले सामने आए। ये पिछले सप्ताह की तुलना में 20: की वृद्घि थी। यानी एक सप्ताह पहले आए मामलों से ये मामले 20: ज्यादा थे। 2022 में दुनिया के 92 से ज्यादा देशों में मंकीपक्स के 35,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इनमें अधिकांश मामले ऐसे देशों में हैं, जहां इससे पहले कभी मंकीपक्स नहीं हुआ है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि मंकीपक्स को रोकने में वैक्सीन अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा, ष्वैक्सीन मंकीपक्स के प्रकोप को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, और कई देशों में, प्रभावित समुदायों के लिए वैक्सीन की उच्च मांग देखी गई है।ष् विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मंकीपक्स एक वायरल पशुजन्य बीमारी है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती है। इसके लक्षण चेचक के समान होते हैं। मंकीपक्स भले ही कई श्वसन संक्रमणों (जैसे कि कोविड-19) के रूप में संक्रामक नहीं है, फिर भी इसके प्रसार को रोकना जरूरी है।
इसके प्रसार को नियंत्रित करने का एक तरीका कमजोर लोगों का टीकाकरण करना है। वैसे तो मंकीपक्स की वैक्सीन पहले से ही हमारे पास है, लेकिन जैसे-जैसे मामले बढ़ते जा रहे हैं, ऐसी खबरें मिल रही हैं कि टीके की मांग दुनिया के कई हिस्सों में आपूर्ति से आगे निकल रही है।
इस बीच ब्रिटेन से एक अच्छी खबर सामने आई है। ब्रिटिश स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि पूरे देश में मंकीपक्स के मामलों में कमी आने के संकेत मिले हैं, लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह कमी क्या आगे भी कायम रहेगी। स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि अधिकारी प्रतिदिन मंकीपक्स के 29 नए मामले दर्ज कर रहे हैं जबकि जून के आखिरी सप्ताह में रोजाना 52 नए मामले आ रहे थे।
बयान के मुताबिक जुलाई में अधिकारियों का आकलन था हर दो सप्ताह पर संक्रमितों की संख्या में दोगुनी वृद्घि होगी। अबतक ब्रिटेन में 3000 से अधिक मंकीपक्स के मामले आए हैं जिनमें से 70 प्रतिशत संक्रमित लंदन के हैं। एजेंसी ने कहा कि अबक 27 हजार से अधिक लोगों को चेचक से लड़ने के लिए तैयार टीका लगाया गया है।