गर्मी में शरीर के साथ ही लोगों के मूड पर भी पड़ रहा नकारात्मक प्रभाव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गर्मी का पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। कोटद्वार शहर का पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। ऐसे में शरीर के साथ ही अब लोगों के मूड पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी में रहने की वजह से चिड़चिडापन और अत्यधिक क्रोध जैसे भाव उत्पन्न होने लगे हैं।
पिछले एक सप्ताह से गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। एक ओर जहां पेट दर्द सहित आंखों से संबंधित समस्याएं सामने आ रही हैं। वहीं, गर्मी में लोगों का मूड भी प्रभावित हो रहा है। गर्मी के कारण कई लोगों में अत्यधिक चिड़चिडापन व क्रोध जैसे भाव उत्पन्न होने लगे हैं। ऐसे में बढ़ते तापमान से मानसिक स्वास्थ्य के खराब होना का खतरा बढ़ रहा है। चिड़चिड़ापन, आक्रामक व्यवहार और कभी-कभी ठीक से नहीं सोच पाना भी एक लक्षण है।
दिमाग पर प्रभाव
यदि कोई व्यक्ति अधिक तापमान में ज्यादा देर के लिए रहता है तो दिमाग को काफी नुकसान पहुंचता है। ज्यादा देर गर्मी में रहने से बचना चाहिए। दरअसल, उच्च रक्तचाप से पहले ही दिल पर दबाव पड़ता है। मोटापा होना भी खतरे की बड़ी वजह है, इससे शरीर अधिक गर्मी बरकरार रखता है। शोध में पाया कि यदि तापमान 35 डिग्री से अधिक हो जाता है तो लोग जोर-जोर से सांस लेने लगते हैं और उनकी हृदय गति बढ़ जाती है।
अत्यधिक कोल्ड ड्रिंक नुकसानदायक
शरीर को डिहाइड्रेशन से बचने के लिए कोल्ड ड्रिंक जैसे अधिक शुगर वाले पेय पदार्थ फायदे की वजह नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये पानी की कमी की मूल समस्या का समाधान नहीं करते हैं। साथ ही, इनमें ग्लूकोज सोडियम और पोटेशियम संतुलन की कमी होती है, इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मान्यता प्राप्त ओआरएस का इस्तेमाल करें।