फर्जी वसीयत मामले में मां और बेटा गिरफ्तार
हरिद्वार मां की फर्जी वसीयत बनाने के मामले में कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने पर ज्वालापुर पुलिस ने बेटी और उसके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। मां-बेटे को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद व्यापारी कोतवाली पहुंचे, लेकिन मामला कोर्ट से जुड़ा होने पर सब बैरंग वापस लौट गए।अनिल कंसल निवासी मोहल्ला मेहतान ने कोतवाली ज्वालापुर में वर्ष 2016 में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया था कि उनकी माता तारावती पत्नी सुंदर लाल ने अपने जीवन काल में संपत्ति को लेकर कोई वसीयत या बैनामा नहीं किया था। उनकी मां की मौत वर्ष 1980 में हो गई थी, उसके बाद पिता ने संपत्ति के संबंध में एक वसीयत कर दी थी। आरोप था कि उसकी बहन बीना गुप्ता निवासी मोहल्ला मेहतान ने एक फर्जी वसीयत तैयार कर ली थी और वर्ष 2015 में हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में पेश की थी। आरोप था कि मां की मौत के कई माह बाद की फर्जी वसीयत दर्शाई गई थी। इस संबंध में पूछने पर बहन बीना और उसके बेटे निलेश गुप्ता ने हत्या की धमकी दी थी। आरोप था कि संपत्ति हड़पने की नीयत से फर्जी वसीयत बनाई गई थी। पुलिस ने तब मां-बेटे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताय कि कोर्ट से मां-बेटे के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए थे। जिसके बाद महिला को घर के पास से हिरासत में ले लिय गया, जबकि पुत्र को चौक बाजार में उसकी दुकान गुप्ता प्रोविजन स्टोर से पकड़ा गया। बताया कि दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।