नमामि गंगे और हेस्को के बीच हुआ एमओयू साइन
देहरादून। जल शक्ति मंत्रालय के तहत नेशनल मिशन ऑफ क्लीन गंगा(एनएमसीजी) और हिमालयन इनवायरमेंटल स्टडीज एंड कंजरवेशन ऑग्रेनाइजेशन(हेस्को) के बीच गंगा बेसिन क्षेत्र में रहने वाली आबादी को प्रकृति से जोड़ते हुए गंगा के पर्यावरण को बचाने व जीवन यापन के साधनों को बेहतर करने के लिए एमओयू साइन किया गया है। एनएमसीजी की ओर से निदेशक बिनोद कुमार व हेस्को की ओर से डा.अनिल जोशी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। एनएमसीजी कान्फ्रेंस रूम नई दिल्ली में हुए संक्षिप्त समारोह में ये एमओयू साइन किया गया। इस बारे में पर्यावरणविद डा.अनिल जोशी ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक पहल है। गंगा से संदर्भित लोगों के जुड़ाव के लिए स्वैच्छिक संगठनों की पहल और योगदान को समझते हुए नमामि गंगे ने हेस्को के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एक नए काम की शुरूआत है। जिसमें गांव से जुड़े संसाधनों पर केन्द्रित आर्थिक, पारिस्थितिकीय विकास की नई संभावनाएं देखी जाएगी, जो अंतत: गंगा को समर्पित होगी। इसमें मुख्य रूप से गंगा के पारिस्थिकीय पहलू, गंभीर आर्थिक, सामाजिक जुड़ाव को देखते हुए एक ऐसी पहल होगी, जो लोगों के लिए सीधे गंगा के महत्व को आगे आने वाले समय में दर्शाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस गंगा की कल्पना की उसका एक हिस्सा बनते हुए बड़े जुड़ाव और बदलाव का प्रयत्न किया जाएगा। एक ओर इसमें नई क्षमताओं का विकास होगा वहीं कई छोटे बड़े प्रयोगों को इसमें जोड़ा जाएगा। जो हमें प्रभावित करती है। सबसे बड़ी बात ये है कि, गंगा जो हर रूप में हम इस देश के लिए महत्व रखती है। उसका महत्व बरकरार रखते हुए, आर्थिक पहलू से किस तरह से हम स्थानीय लोगों को गंगा से नए रूप में जोड़ सकते हैं और उसकी ब्रॉडिंग कर गंगा बेसिन की आबादी को हम विकास की ओर उन्मुख कर सकते हैं। इस दिशा में काम किया जाएगा। ये इस समझौते की एक बड़ी चुनौती होगी। बीच बीच में गंगा को लेकर बातचीत, गंगा के साथ बड़े और सामूहिक जुड़ाव को नया आयाम देने में इस समझौते से मदद मिलेगी। ये समझौता अपने आप में एक नयापन लिए हुए है। ये मानकर चला जाए कि ये समझौता सीधे नमामि गंगे ने जन-जन के साथ किया है। गौरतलब है कि, नमामि गंगे एक संस्था के रूप में 2011 से गंगा सुधार पर काम कर रही है। वहीं हेस्को संस्था डा.अनिल जोशी के नेतृत्व में गांवों के दुरूह जीवन को आसान बनाने व वहां के जीवन को आर्थिकी से जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। समझौते के तहत हेस्को, नमामि गंगे के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण, जागरूकता, माइक्रो इरीगेशन, बागवानी, बायोमॉस, ऊर्जा, वन उपज, नदी के पर्यावरणीय तंदुरस्ती, जलागम क्षेत्र की देखरेख पर काम करेगी।