नींद से जागा नगर निगम, अतिक्रमण पर फेरी जेसीबी
करीब डेढ़ माह पूर्व गोखले मार्ग में चिह्रित किया गया था अतिक्रमण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : डेढ़ माह पूर्व गोखले मार्ग का अतिक्रमण चिह्रित करने के बाद आखिर नगर निगम की नींद खुल ही गई। बुधवार को नगर निगम ने गोखले मार्ग में प्रतिष्ठानों के बाहर अतिक्रमण कर बनाए गए लोहे के छज्जों को ध्वस्त किया। इस दौरान व्यापारियों ने नगर निगम से स्वयं ही अतिक्रमण हटाने के लिए 15 दिन का समय मांगा। जिसके बाद नगर निगम ने कुछ दिन के लिए अभियान पर विराम लगा दिया है।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर अगस्त माह में नगर निगम की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया था। नगर निगम व प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर शहर में तीस से अधिक अतिक्रमण चिह्रित किए थे। इसके लिए बाकायदा झंडाचौक से कोतवाली के मध्य निगम की नजूल भूमि पर बने बरामदों को खाली करवाया गया था। एक दिन अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद नगर निगम व प्रशासन गहरी नींद में सो गया था। कुछ दिन पूर्व दैनिक जयन्त में नगर निगम व प्रशासन की इस लापरवाही को लेकर खबर प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद शनिवार को नगर निगम ने गोखले मार्ग के अतिक्रमणकारियों को 48 घंटे के भीतर स्वयं ही अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी। अभियान के तहत बुधवार को नगर निगम जेसीबी मशीन लेकर गोखले मार्ग में पहुंचा। इस दौरान व्यापारियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। व्यापारी स्वयं ही अपने प्रतिष्ठानों के बाहर खड़े लोहे के छज्जों को हटाने लगे। निगम ने पांच से अधिक छज्जों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया। अभियान के दौरान मौके पर पहुंचे व्यापारियों ने नगर निगम से अतिक्रमण हटाने के लिए समय मांगा। व्यापारियों का कहना था कि जेसीबी से उनके भवनों को अधिक नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में नगर निगम को उन्हें 15 दिन का समय देना चाहिए।
भागने लगे रेहड़ी-ठेली वाले
गोखले मार्ग में पहुंची नगर निगम की टीम को देख रेहड़ी-ठेली वालों में भी अफरा-तफरी मच गई। वह अपना सामान लेकर गलियों को भागने लगे। निगम अधिकारियों ने रेहड़ी-ठेली वालों को सड़क पर कब्जा न करने की सख्त चेतावनी दी। कहा कि यदि कोई भी रेहड़ी-ठेली वाला अतिक्रमण करता है तो उसका सामान जब्त कर दिया जाएगा। अतिक्रमण के कारण आमजन को सड़क पर चलने में परेशानी हो रही हैं।