नदियों के चुगान के लिए होगी खुली निविदा: डीएम
नई टिहरी। जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने कहा उत्तराखंड रिवर ट्रेनिंग नीति के अंतगर्त जो नदियां चुगान के लिए चिह्नित नहीं हैं लेकिन वहां पर यदि भारी मात्रा में रेत-बजरी जमा हो गए हैं तो उसे हटाने के लिए खुली निविदा की प्रक्रिया शुरू कराई जाए। कहा कि उत्तराखंड रिवर ट्रेनिंग नीति 2020 के तहत जिन नदियों में चुगान नहीं किया जाता है, वहां बरसात के बाद भारी मात्रा में रेत-बजरी व अन्य सामग्री जमा होने पर उसे हटाने की व्यवस्था है। जिससे भू-कटाव और बाढ़ जैसी समस्या से न्यूनतम किया जा सकता है। बुधवार को जिला सभागार में आयोजित बैठक में डीएम इवा ने सभी एसडीएम की बैठक लेते हुए कहा कि जिले में नीति के अंतर्गत चिन्हित न होने वाली ऐसी नदियों में शामिल हेंवल नदी के बारहथली क्षेत्र, अलकनंदा नदी में ग्राम मड़ी और नौर क्षेत्र में पत्थर, रेत और बजरी हटाने के लिए खुली बोली की प्रक्रिया शुरू करें। कीर्तिनगर तहसील के अलकनंदा नदी के सांकरों क्षेत्र से रेत हटाकर नदी को साफ करने के लिए पौड़ी जिला मुख्यालय से पत्राचार कर संबंधित क्षेत्र तक पहुंच मार्ग बनाने की अनुमति लें। धनोल्टी के बांदल नदी और सौंग नदी में श्रीपुर, धौलागिरी, सिल्ला और भरवाकाटल, घनसाली तहसील के चमियाला, मुयालगांव, भौणीखाल और बूढ़ाकेदार क्षेत्र से भी रेत-बजरी हटाने के लिए चिह्नित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में एसडीएम घनसाली संदीप तिवारी, कीर्तिनगर आकांक्षा वर्मा और टिहरी सदर पीआर चौहान आदि मौजूद रहे।