नवनीत राणा ने कहा- कोई महिला संसद में सुरक्षित नहीं है तो महाराष्ट्र में कैसे रहेगी सुरक्षित
नई दिल्ली, एजेंसी। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखने के बाद भी महिला सांसद नवनीत राणा का गुस्सा ठंडा नहीं पड़ा है। पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा है। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने सावंत के खिलाफ पुलिस में जाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, मैंने ओम बिरला को पत्र लिखा है। मैं पुलिस में भी शिकायत दर्ज करूंगी। मैं यहीं तक रुकने वाली नहीं हूं। मुझे किसी की धमकी से डर नहीं लगता है। जब तक मैं जीवित रहूंगी, तब तक संघर्ष करूंगी। उन्होंने पूछा कि यदि कोई महिला संसद के भीतर सुरक्षित नहीं है तो वह महाराष्ट्र में कैसे सुरक्षित रहेगी?
महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार को आईना दिखाते हुए राणा ने कहा कि जब राज्य की जनता कोरोना महामारी और लाकडाउन का सामना कर रही है, कुछ लोग 100 करोड़ रुपये की उगाही करने में लगे हुए हैं। 17 वर्षो तक निलंबित रहने वाला पुलिस अधिकारी सचिन वाझे मातोश्री में उद्घव ठाकरे के लिए काम करता था। वह मुंबई में पैसे की उगाही करता था। ठाकरे जब मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से वाझे को फिर से बहाल करने के बारे में पूछा। राणा ने कहा कि जब मैंने अपना भाषण खत्म किया तो सावंत सदन से जा रहा था। उसने मुझसे कहा कि अब उसकी बारी है। वे लोग मुझे जेल भेज देंगे। वह मुझे सदन में धमका रहा था।
राणा ने सावंत पर अतीत में भी धमकी देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, सोचने वाली बात है कि जब कोई महिला संसद के भीतर सुरक्षित नहीं है तो वह महाराष्ट्र में कैसे सुरक्षित रहेगी। शिवसेना उपद्रवी विचारधारा में विश्वास रखने वाली पार्टी है। राणा ने कहा, मुझे उसने बताया कि उद्घव ठाकरे के बारे में बात करते समय मेरा बाडी लैंग्वेज सही नहीं था। क्या महिलाओं को उद्घव ठाकरे के बारे में बात करते समय अपने बाडी लैंग्वेज के बारे में शिवसेना से क्लास लेना चाहिए। मैं सावंत से पूटूंगी कि वह किस आधार पर मुझे जेल में डालेगा। हालांकि, शिवसेना ने राणा के आरोपों को गलत बताया है।