कोटद्वार में आई आपदा के लिए सरकार जिम्मेदार, पूर्व में करवा दिया था अवगत: नेगी
पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने प्रदेश सरकार पर लगाया लापरवाही दिखाने का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कोटद्वार शहर में आई आपदा के साथ ही नदियों में धराशायी हुए पुलों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि पूर्व में उनके अवगत करवाने के बाद भी सरकार ने नदियों की स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा आज परिणाम प्रत्यक्ष है।
पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने इस संबंध में एक पत्र मुख्यमंत्री को भेजा। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में आपदा ने भारी तबाही मचाई। इस तबाही का सबसे बड़ा कारण चैनेलाइजेशन के नाम पर जेसीबी व पोकलैंड मशीनों से नदियों का सीना चीरा जाना है। नदियों पर बने पुलों की नींव तक खोखली कर दी गई थी। बरसात शुरू होने से पहले उन्होंने स्वयं स्थिति के बारे में प्रदेश सरकार को पत्र भेजा था, जिसमें आबादी की ओर हो रहे नदी के रूख को बदलने व पुलों की सुरक्षा पर गंभीरता से ध्यान देने की बात कही गई थी, लेकिन सरकार ने पत्र को गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा, आज नदी-नालों ने आबादी में पहुंचकर कई परिवारों को बेघर कर दिया है। सरकार को आपदा पीड़ितों की मदद के लिए गंभीरता से कार्य करना चाहिए। प्रभावितों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए। नेगी ने कहा कि आबादी की ओर हो रहे नदी के रूख को बदलने के साथ ही खतरे की जद में आए स्थानों पर सुरक्षा दीवार का निर्माण भी करवाया जाना चाहिए।