अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों की हो रही अनदेखी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: शासकीय प्रधानाचार्य परिषद ने शासन-प्रशासन पर अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों की अनदेखी का अरोप लगाया है। कहा कि लगातार विद्यालयों की अनदेखी की जा रही है। इस दौरान परिषद ने प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर पदोन्नति करवाने की भी मांग उठाई।
रविवार को परिषद के अध्यक्ष संजय सिंह रावत व सचिव मनवर लाल भारती की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। सदस्यों ने कहा कि शासन व प्रशासन की ओर से अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रति उपेक्षा दिखाई जा रही है। अधिकांश योजनाएं केवल राजकीय विद्यालयों के लिए ही बनाई जाती हैं। विद्यालयों में सवित्त मान्यता के स्थान पर टोकन प्रोत्साहन धनराशि दिए जाने का शासनादेश इंटर स्तर पर 150 छात्र संख्या पर रखा गया है। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में यह मानक पूर्ण करना एक चुनौती है। कहा कि इस विषय में सरकार को गंभीरता से चिंतन करना चाहिए।
बैठक में पदोन्नति से प्रधानाचार्य के पदों को भरने के साथ ही शिथिलता अपनाने, वेतन में भुगतान में अधिक विलंब का समाधान करने की मांग उठाई गई। इस मौके पर दीनदयाल भारद्वाज, शिव सिंह बिष्ट, पुष्कर सिंह नेगी, रेणु नेगी, अतुल मिश्रा, प्रवीन सिंह, जयदेव बिष्ट, संदीप मैंदोला, महिपाल सिंह, केशवचंद्र खंतवाल, कमल सिंह बिष्ट, वीरेंद्र सजवाण, जयसिंह रावत आदि मौजूद रहे।