नई शिक्षा नीति के मिलेंगे सुखद परिणाम
नई टिहरी। केंद्रीय विद्यालय नई टिहरी नगर में जी 20 शिखर सम्मेलन के प्रति जागरूकता के लिए जन भागीदारी गतिविधियों के तहत वृहस्पतिवार को नई शिक्षा नीती (एनईपी) पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते डायट के प्राचार्य आरपी डंडरियाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन एक चुनौती है, लेकिन इसे समय के साथ पूरा किया जायेगा। नई शिक्षा नीति में नये बदलावों को प्रभावी करने में समय जरूर लगेगा, लेकिन इसके सुखद परिणाम सामने आयेंगे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए केवी नया नगर के प्राचार्य प्रदीप चंद्र थपलियाल ने कहा कि देश को जी 20 की अध्यक्षता मिलना गौरव का विषय है। उस पर जी 20 की दो बैठकें जनपद में टिहरी गढ़वाल होना ऐतिहासिक है । इससे टिहरी जनपद का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जायेगा, यहां की संस्ति की छाप जी 20 देशों के डेलीगेटस की मदद से दूसरे देशों तक पहुंचेगी। पीएम मोदी के प्रयासों से अंतराष्ट्रीय साख के लिए यह एक अहम और मील का पत्थर साबित होने वाला कदम है। कार्यशाला में जी 20 की चर्चा के साथ ही एनईपी के एफएलएन कार्यक्रम पर वृहत कार्यशाला में मुख्य वक्ता दीपक रतूड़ी ने कहा कि एफएलएन एक राष्ट्रीय मिशन है। सभी राज्यों में इसे लांच किया गया है। जिसका उद्देश्य 2025-26 तक 3 से लेकर 9 वर्ष तक के आयुवर्ग के बच्चों के समग्र विकास करना है। एफएलएन मिशन को भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। इसके तहत आधारभूत साक्षरता व अंक ज्ञान पर भी चर्चा की गई। कार्यशाला के समापन पर केवी की ओर से वरिष्ठ शिक्षक एसएस जयाड़ा ने सभी प्रतिभागी अध्यापकों, आन लाइन जुड़े स्कूलों व मेहमानों का आभार जताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर वक्ताओं के रूप में कार्यशाला में विशेष अतिथि के रूप में सहायक निदेशक मत्स्य विभाग गरिमा, मुख्य वक्ता दीपक रतूड़ी, महेश पति गोस्वामी, पौखाल जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य आदेश शर्मा, अनीता रावत, बिरेंद्र सिंह भंडारी ने नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर फोकस करते हुए विचार रखे।