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नीतीश ने हिंदू राष्ट्र को बताया असंभव; बिहार के साथ देश की बात की; बोले- एकता नहीं टूटेगी

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पटना, एजेंसी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब देश की बात कर रहे हैं। बालेश्वर धाम वाले बाबा की बातों से राज्य के अंदर धर्म या जातियों के बीच में कटुता आ सकती है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मत सोचिए कि बिहार की बात कर रहे हैं, पूरे देश में एकता बनी रहेगी। हिंदू राष्ट्र को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की बातों के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में संविधान के खिलाफ कोई क्या माहौल बनाएगा? लोकसभा और राज्यसभा में पूर्ण बहुमत से ही संविधान में संशोधन होता है। जिन्होंने इस देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, संविधान बनाया; उनसे अलग कोई कुछ नहीं कर सकता।
हिन्दू राष्ट्र के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई कौन लोग लड़े थे। आजादी मिलने के बाद सभी की सहमति से देश का संविधान बना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी समेत सभी लोगों ने नामकरण किया। उसे सबों को स्वीकार करना चाहिए, उसको बदलना नहीं चाहिए। आजकल यह सब देखकर मुझे आश्चर्य होता है। दिल्ली वाले देश भर की मीडिया पर कब्जा किये हुए हैं, इस कारण इन सब चीजों का प्रचार होता है। देश के नाम को आपलोग बदल दीजिएगा? अभी जो लोग बोल रहे हैं उनका जन्म भी आजादी की लड़ाई के समय नहीं हुआ था। हमलोगों का भी जन्म आजादी मिलने के बाद हुआ है। हमारे पिताजी आजादी की लड़ाई में बहुत सक्रिय थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने एक-एक चीज हमें बचपन में ही बतायी थी। हमलोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों को मानते हैं। उसी के आधार पर हमलोग विकास का काम कर रहे हैं। आप किसी भी धर्म को मानिए और अपने ढंग से उसे कीजिए। इसमें कोई रुकावट नहीं है। राम हों या कृष्ण हों, जिनको मानना है, वे मानें, इस पर कोई हस्तक्षेप नहीं है। किसी भी धर्म को मानना है, वे मानें इस देश में सात धर्म हैं। पारसी धर्म को मानने वाले कम लोग हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्म, बौद्ध, जैन को मानने वाले लोग देश में हैं।
भगवान बुद्ध को बिहार में ज्ञान प्राप्त हुआ। कई धर्मों के मानने वाले लोग बिहार आते हैं। देश के बाहर से भी लोग बिहार आते हैं। हमलोग सभी लोगों के हित में काम करते हैं। मंदिर हो या मस्जिद, किसी को कोई असुविधा न हो, इसका ख्याल रखा जाता है। आपस में किसी तरह का कोई विवाद नहीं होना चाहिये। सभी को अपने ढंग से पूजा करने एवं काम करने का अधिकार है, इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है। सभी धर्मों के माननेवालों को इसकी इजाजत है। किसी को भी इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये। कोई कुछ बोल रहा है तो अपनी मर्जी से बोल रहा है। उसका कोई वैल्यू नहीं है। देश के संविधान को सभी लोगों को समझना चाहिए। अगर देश के संविधान का कोई उल्लंघन कर रहा है तो मीडिया को उसे देखना चाहिए।
सनातन धर्म से कोई मतलब के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ जो अंड बंड बोलता है, उसको बोलने से अगर पार्टी में कुछ मिल जाता है तो मिल जाए। यह मत सोचिए कि बिहार की बात कर रहे हैं। जाति धर्म को लेकर एकता पूरे देश में बना रहेगा। बार-बार दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का नाम लेते हुए कहा कि श्रद्धा अटल बिहारी वाजपेई जी के समय ऐसा होता था क्या? वाजपेई जी के समय ऐसा हुआ। मैंने उनके समय ऐसा किया।

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