मंदिर विवाद से कोई लेना देना नहीं : विधायक कर्णवाल
रुड़की। मुंडेट गांव के मंदिर विवाद में विधायक देशराज कर्णवाल पर लग रहे आरोपों को लेकर शनिवार को उन्होंने सफाई दी। उन्होंने कहा कि इस विवाद से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए विधायक निधि से धनराशि स्वीकृत कराई थी। उनके खिलाफ जो धरना दिया जा रहा है वह एक राजनैतिक षडयंत्र का हिस्सा है। मुंडेट के मंदिर को लेकर पिछले दिनों झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल पर मंदिर पर कब्जा करवाने का आरोप लगा था। शनिवार को झबरेड़ा विधायक ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने मंदिर के सौंदर्यीकरण की मांग उठाई थी। जिस पर उन्होंने विधायक निधि से तीन लाख अस्सी हजार रुपये की धनराशि स्वीकृत कराई थी। मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद है। इस विवाद को हल कराने के लिए उन्होंने माटी कला बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, सूर्यवीर मलिक एवं शिवराज चौधरी की उपस्थित में प्रयास किया, लेकिन विवाद नहीं निपटा।
सीबीसीआइडी जांच ना हुई तो विधायक के आवास पर धरना
रुड़की। सर्व समाज जन कल्याण सेवा संगठल के अध्यक्ष ब्रिजेश कुमार ने पदाधिकारियों के साथ झबरेड़ा विधायक के आवास पर पहुंचकर एक ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हाल के दिनों में डॉ. आंबेडकर की दो प्रतिमाओं को असामाजिक तत्वों ने खंडित किया है। इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन भिश्तीपुर प्रकरण में तो पांच माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि यदि 27 अप्रैल तक सरकार ने इस मामले में सीबीसीआइडी जांच के निर्देश नहीं दिए तो विधायक के आवास पर बेमियादी धरना दिया जाएगा।