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यूं ही नहीं कहा जाता इन्हें गुदड़ी का लाल

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प्रिंसी का मॉडल देश में छठवें स्थान पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने किया सम्मानित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कहते हैं जहां चाह है वहां राह है। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि सीमित संसाधनों वाले सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले और खड़े होकर हिचकिचाने वाले बच्चे भी राष्ट्रीय फलक पर अपनी चमक बिखेरेंगे। लेकिन गढ़वाल के ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ने ना सिर्फ अपने विद्यालय का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे राज्य का भी नाम रोशन कर दिखाया है। वो भी विज्ञान जैसे पेचीदा विषय को लेकर।
पौड़ी ब्लॉक के जीजीआईसी पैडुल में कक्षा 12वीं की छात्रा प्रिंसी ने विज्ञान विषय पर आधारित ऐसा मैकेनिज्म तैयार किया की बड़े-बड़े अपना सिर खुजाने लगे। उनकी इस तकनीक की बदौलत राष्ट्रीय फलक पर उनकी जमकर सराहना भी हो रही है। यही नहीं छात्रा की इस उपलब्धि पर शिक्षक-शिक्षिकाओं का नाम भी खूब रोशन हो रहा है। दरसल प्रिंसी ने दिव्यांगजनों के लिए एक ऐसी बैसाखी इजात की है जिससे उन्हें चलने फिरने में आसानी और सहूलियत मिल सके। विज्ञान विषय को आसानी से समझने वाली प्रिंसी ने इस मैकेनिज्म को पारंपरिक बैसाखी के साथ जोड़कर एक नई बैसाखी बना डाली। उनके इसी मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित किया गया। यही नहीं उनके इसी मॉडल को देश के सुपर 60 मॉडल में छठवां स्थान प्राप्त हुआ। इस उपलब्धि पर प्रिंसी के गुरुजन, परिजन व शिक्षा विभाग फूले नहीं समा रहा। नन्हीं बाल वैज्ञानिक की इस उपलब्धि पर गुरुवार को जिला मुख्यालय के शिक्षा संकुल पौड़ी में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहां शिक्षकों ने छात्रा व उसकी मार्गदर्शक शिक्षिका रेनू पवन भारत व प्रधानाचार्य शुभा रयाल की जमकर सराहना की। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक गढ़वाल मंडल महावीर बिष्ट ने अन्य छात्र-छात्राओं से प्रिंसी के इस अविष्कार से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस मौके पर डीईओ बेसिक केएस रावत, जिला समंवयक देवेंद्र सिंह रावत, जसपाल सिंह, जयदीप रावत, चंद सिंह रावत, केशर सिंह असवाल, महेंद्र सिंह रौथाण, कमलेश जोशी, अजय पंवार, संतोष पोखरियाल, भवान सिंह नेगी, संग्राम सिंह आदि शामिल थे।

द्रोणाचार्य से कम नहीं शिक्षिका रेनू
जीजीआईसी पैडुल की शिक्षिका रेनू पवन भारत छात्राओं के लिए किसी द्रोणाचार्य से कम नहीं हैं। उनके कुशल मार्गदर्शन में प्रिंसी होनहार छात्राओं ने राष्ट्रीय फलक पर अपनी प्रतिभा दिखाई है। इससे पहले भी शिक्षिका रेनू पवन भारत की एक और शिष्य ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाई। इसके अलावा षिक्षिका रेनू की पढ़ाई कई छात्राओं ने राज्य स्तर पर भी बेहतरीन प्रर्दशन किया हैं। विद्यालय में विज्ञान विषय की शिक्षिका रेनू ने छात्राओं को विज्ञान की पेचिदा तकनीकों की बखूबी जानकारी दी है।

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