अब पीएचसी और सीएचसी में भी हो सकेगी खून की जांच
बागेश्वर। सरकार के आदेश पर अब जनपद के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को मुफ्त खून की जांच सुविधा प्रदान कर दी है। मरीज चिकित्सक की सलाह पर अस्पताल में ही जांच करवा सकेंगे। प्रदेश सरकार ने जनता को मुफ्त खून की जांच की सुविधा प्रदान की थी, प्रारंभिक चरण में यह सुविधा मात्र जिला चिकित्सालय में ही थी। जिला चिकित्सालय में इस तरह की सुविधा देने के लिए चंदन डाइग्नोस्टिक से अनुबंध हुआ था। इधर अब इस सुविधा का लाभ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांडा, बैजनाथ और कपकोट के साथ ही काफलीगैर, कौसानी आदि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी दिया जाने लगा है। इसके तहत चिकित्सक मरीज को जिन ब्लड टेस्टों की सलाह देगा उसे सरकारी चिकित्सालय में ही निशुल्क रूप से कराया जाएगा तथा परीक्षण करने वाले लैब तकनीशियन को निश्चित समय में रिपोर्ट देनी होगी। यदि अस्पताल में यह सुविधा नहीं मिलती है तो इसके लिए मरीज जागरूक होकर इसकी शिकायत कर सकता है, जिसमें किसी भी प्रकार की सुविधा के लिए विभाग उत्तरदायित्व होगा। बता दें कि अब तक प्रदेश में विभिन्न चिकित्सालयों में आरोप लगते थे कि चिकित्सक उनसे बाहर से लैब का नाम लेकर ही उन्हें परीक्षण के लिए भेजते हैं, परंतु अब ऐसा नहीं होगा। सरकारी अस्पताल में ब्लड परीक्षण की सुविधा न मिलने पर मरीज या उसका तीमारदार इसकी शिकायत सरकार से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के टाल फ्री नंबर समेत जिले के सीएमएस या सीएमओ व जिलाधिकारी से कर सकता है।
प्रचार न होने से मरीजों को लाभ नहीं रू सरकार के निर्देश पर हालांकि प्रदेश सरकार ने निशुल्क ब्लड टेस्ट की सुविधा शुरू कर दी है परंतु प्रचार न होने के कारण जनता को लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभिन्न संगठनों ने जिला प्रशासन से इस योजना का प्रचार प्रसार करने की अपील की है।
ब्लड ग्रुप से लेकर र्केसर के होंगे टेस्टरू निशुल्क ब्लड टेस्ट में रक्त ग्रुप से लेकर र्केसर के बढ़े व महंगे टेस्ट शामिल हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला चिकित्सालय समेत कई अन्य चिकित्सालयों में निशुल्क ब्लड टेस्ट लैब प्रारंभ कर दी है।
सरकार के निर्देश पर पीएचसी व सीएचसी पर निशुल्क सेवा प्रारंभ की जा रही है। जनता को चाहिए कि वह जागरूक होकर इस योजना का लाभ ले। सभी चिकित्सकों को भी बाहर से टैस्ट न कराने के निर्देश दिए गए हैं, ऐसी शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। -ड़ हरीश पोखरिया, एसीएमओ बागेश्वर