अब उज्जैन में मस्जिद के नीचे शिव मंदिर का दावा, संत अतुलेशानंद ने उठाई जांच की मांग
उज्जैन, एजेंसी। ताजमहल के 22 कमरे, काशी की ज्ञानवापी मस्जिद में भगवान की मूर्तियों का विवाद अब उज्जैन भी पहुंच गया है। उज्जैन की बगैर नींव की मस्जिद के बारे में दावा किया गया है कि इसके नीचे प्राचीन शिव मंदिर और गणेश प्रतिमा है। यह दावा महामंडलेश्वर अतुलेशानंद जी महाराज ने किया है। उन्होंने कहाकि मस्जिद की जांच हो और फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करवाई जाए। उन्होंने यहां तक कहाकि अगर प्रशासनिक जिम्मेदारों ने कार्यवाही नहीं की कोर्ट का दरवाजा भी खुला है।
आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर व अखंड हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत अतुलेशानंद सरस्वती महाराज ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि 2007 में उन्होंने खुद मस्जिद में प्रवेश कर प्राचीन परमार कालीन राजा भोज के समय की शिव और गणेश प्रतिमा वहां देखी है। उन्होंने कहाकि उज्जैन मां क्षिप्रा के तट पर स्थापित है। राजाभोज की राजधानी रहा उज्जैन एक दुर्लभ स्थान है, जिस पर 1600 में मुस्लिम मुगल शासकों ने कब्जा जमा लिया।
महामंडलेश्वर अतुलेशानंद ने कहाकि मस्जिद की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जाए। तब तक कोई उससे टेड़छाड़ न करे। उनका दावा है कि मस्जिद के अंदर हाथी, घोड़े और पत्थरों पर विशाल पहरेदार सैनिकों की मूर्तियां बनी हैं। संत ने इस मामले में कोर्ट जाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने ग्वालियर से मस्जिद से जुड़े डक्यूमेंट मंगवाने की बात कहते हुए प्रशासन से हिंदुओं की संपत्ति उनको देने की गुहार लगाई है।