ग्निपथ योजना देश की सेना के लिए उपयोगीरू जेजे सिंह
देहरादून। पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल जेजे सिंह (सेनि) ने कहा कि चीन के साथ सभी विवादों को दोनों देशों को मिलकर बैठकर सुलझाना होगा। पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिंगपिंग दोनों ही शक्तिशाली नेता हैं। दोनों साथ बैठें और पुरानी बातों को भुलाकर नई लाइन तय करें। जनरल सिंह ने सेना की नई भर्ती की अग्निपथ योजना को भी सेना के लिए उपयोगी बताया। कहा कि,इससे सेना को युवा और जोशीली रखने में सहायता मिलेगी।
सोमवार को राजभवन में अपनी नई किताब श्मैक मेहोन लाइन- सेंचुरी अफ डिस्कार्डश् के विमोचन पर सिंह ने कहा कि भारत को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है। भारत ने चीन की समय समय पर काफी सहायता की। लेकिन उसका सिला बुरा ही मिला। जनरल सिंह ने कहा कि आज देश 1960 के दशक वाला भारत नहीं है। सरकार सैन्य सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। देश की विदेश नीति, अधिकारी, र, आईबी समेत सभी एजेंसियां इस वक्त सबसे बढ़िया हैं। हालिया कुछ साल में सेना की क्षमताएं बड़ी हैं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि 15 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत के 20 जांबाज रणबांकुरे ने अपने पराक्रम से चीन को लेकर विश्व की सोच ही बदल डाली। भारतीय सैनिक चीनी सेना से कई गुना ज्यादा बेहतर हैं। राज्यपाल ने पडोसी मुल्कों के रिश्तों, विस्तारवादी नीति और आंतकवाद के खिलाफ सख्त नीति की तारीफ की। खासकर अग्निपथ योजना को उन्होंने सेना में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली योजना बताया।