उत्तराखंड

1 अक्टूबर को काला दिवस मनाएंगे कर्मचारी

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पिथौरागढ़। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले एक अक्टूबर को जनपद के हजारों कार्मिक नई पेंशन योजना के विरोध में काला दिवस मनाएंगे। इस मौके पर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना रोष भी व्यक्त किया जाएगा।
एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष और कुमाऊँ मंडल के प्रभारी बिजेन्द्र लुंठी ने बताया कि उत्तराखंड में 1 अक्टूबर, 2005 के बाद भर्ती होने वाले कर्मचारियों, शिक्षक और अधिकारियों के पुरानी पेंशन बंद कर दी गयी। जिसके बाद शेयर बाजार वाले नई पेंशन योजना लागू कर दी गयी। सरकार ने जिसे नई पेंशन योजना का नाम दिया है, उसमें कर्मचारियों के एक निश्चित अंशदान काटकर उसे शेयर बाजार में लगा दिया जाता है। जो कि एक कर्मचारी विरोधी और बाजार आधारित योजना है, जिसका भविष्य कुछ नहीं है। बताया कि नई पेंशन योजना से वर्तमान में जो भी सेवानिवृत्त हो रहे है, उन्हें नाममात्र की पेंशन दी जा रही है। बताया कि प्रांतीय नेतृत्व द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में 1 अक्टूबर को जिले के सभी कार्मिक बाँह में काला फीता बांधकर अपनी फोटो और स्लोगन सोशल मीडिया में डालेंगे। बताया कि कार्यक्रम की सफल बनाने के लिए जिले के आठों विकास खंड के कार्मिकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विकास खंड विण में एनएमओपीएस की वंदना भट्ट, हिमांशु जोशी, मूनाकोट में चंद्र कांत जोशी, मोहित सिंह बिष्ट, डीडीहाट में अशोक खड़ायत, वीरेंद्र धानिक, कनालीछीना में प्रदीप भट्ट, रजनीश पांडेय, धारचूला में प्रमोद कुमार जोशी, बेरीनाग में धीरज ओझा, अशोक पंत और गंगोलीहाट में हेम पंत के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

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