बांध से गंगा आरती के लिए पानी न छोड़ने से लोगों में आक्रोश
श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के बांध से शारदानाथ घाट तक पर्याप्त मात्रा में पानी न छोड़े जाने पर गंगा आरती समिति व स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है। इस संदर्भ में यहां गंगा आरती समिति की बैठक में कंपनी की मनमानी पर कड़ी आपत्ति दर्ज की गई। कहा पानी न छोड़े जाने से गंगा आरती में बड़ी दिक्कतें हो रही हैं। यहां पर नदी का प्रवाह सुचारु न होने से गंदगी हो रही है। उन्होंने कहा यदि कंपनी ने पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ा तो गंगा आरती समिति और महिलाओं को उग्र आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।
बैठक में गंगा आरती समिति के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी ने कहा कि कंपनी की मनमानी के कारण 13 फरवरी को भव्य शारदानाथ घाट(गंगा आरती घाट) के लोकार्पण के दिन भी पानी नहीं छोड़ा गया। कहा इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत को भी पत्र भेजकर अवगत कराया गया है। कहा पांच किमी. के दायरे में पूरी अलकनंदा तालाब में तब्दील कर दी गई है। जिससे लोगों को आचमन के लिए भी शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। उन्होंने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले परियोजना कंपनी प्रशासन को अलकनंदा नदी में पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ने के साथ ही सप्ताह में तीन दिन पूरा पानी छोड़ने के निर्देश दिए जाने की मांग की है। इस मौके पर व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल, विमला बहुगुणा, सत्या काला, बीरा गैरोला, इंदिरा बिष्ट, आशा नेगी, राजेश्वरी जोशी, सुरजी उनियाल, सर्वेश्वरी, यशोदा खंडूड़ी, बसंती गरोला, अंजु नेगी, नीता नौटियाल, उर्मिला बिष्ट आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)