ओवरब्रिज के लिए विशेषज्ञों के साथ कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश
नैनीताल। हल्द्वानी में बस अड्डे से सिंधी चौराहे और मुखानी चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण योजना को अमली जामा पहनाने की कोशिश तेज हो गई है। जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने विशेषज्ञों के साथ कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सड़क सुरक्षा को देखते हुए सभी मुख्य मार्गों पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को डीएम धीराज गर्ब्याल ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स का शीघ्रता से स्थायी समाधान किया जाए। दुर्घटना संभावित सड़कों पर आवश्यकतानुसार क्रैश बैरियर, स्पीड ब्रेकर, रम्बर स्ट्रिप आदि लगाए जाएं। लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि सर्वाधिक आवागमन के क्रम में सड़कों को दुरुस्त रखें। कहा कि हल्द्वानी में यातायात व्यवस्था को सुगम और सुचारू बनाये रखने के लिए बस स्टैंड से सिंधी चैराहे, मुखानी चैराहे पर ओवरब्रिज निर्माण के निर्माण के लिए विशेषज्ञों के माध्यम से गहनता से अध्ययन कर कार्य योजना तैयार करें। परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहा कि नैनीताल शहर में वाहनों के आवागमन से संबंधित नियमों, आदेशों और दिशा-निर्देशों का अध्ययन किया जाए। परिवहन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे प्रवर्तन कार्यों में तेजी लाएं। ओवरलोडिंग, नशे में वाहन चलाने, वाहन चलाते समय चालक के मोबाइल इस्तेमाल पर प्रतिबन्ध लगवाएं। आरटीओ नंद किशोर से ट्रैफिक अवेयरनेस सेंटर निर्माण के लिए व्यक्तिगत रूप से रुचि लेने के निर्देश दिए। आरटीओ नंद किशोर ने बताया कि जिले में सड़क दुर्घटना के लिहाज से बेहद संवेदनशील सात ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं। तीन का सुधारीकरण किया जा चुका है, शेष गतिमान हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, एआरटीओ विमल पाण्डे, अधिशासी अभियंता एनएच सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि महेन्द्र कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. टीके टम्टा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
शहर में अवैध निर्माण पर चुप्पी: जिला प्रशासन हल्द्वानी में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के रूप में ओवरब्रिज को समाधान मान रहा है। निसंदेह इससे शहर में यातायात जाम से जरूर राहत मिलेगी, लेकिन शहर में अतिक्रमण भी बड़ी समस्या है। शहर में ट्रैफिक की समस्या का मुख्य कारण मुख्य सड़कों के किनोर हुआ पक्का अतिक्रमण है। विकास प्राधिकरण के मानकों के खिलाफ जाकर बनाए गए व्यवसायिक निर्माण भी जाम का कारण हैं। यदि ठोस कार्ययोजना के साथ कार्रवाई हो तो शहर में ट्रैफिक समस्या का काफी हद तक स्थाई समाधान हो जाए।