महिला आरक्षण विधयेक को संसद की मंजूरी, राज्यसभा में सर्वसम्मति के साथ पारित हुआ बिल
नई दिल्ली, एजेंसी। संसद ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ बिल को मंजूरी दे दी है। लोकसभा के बाद इसे राज्यसभा ने भी पारित कर दिया। इस बीच पीएम मोदी ने सभी सांसदों का आभार जताया और इसे संसदीय इतिहास का स्वर्णिम अवसर करार दिया। पढ़ें संसद से जुड़े सभी अपडेट्स…
विधेयक के पारित होने के बाद सभापति धनखड़ ने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि हिंदू रीति के अनुसार आज पीएम मोदी का जन्मदिन है। मैं उन्हें कोटि-कोटि बधाई देता हूं।
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी महिला आरक्षण विधयेक पारित हो गया है। सदन ने सर्वसम्मति के साथ नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पास कर दिया। बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े। बिल का किसी भी सांसद या पार्टी ने विरोध नहीे किया। राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर वोटिंग चल रही है। मतदान की प्रक्रिया जारी है। थोड़ी ही देर में इसका फैसला सामने आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो दिन से बिल पर विस्तार से चर्चा हो रही है। दोनों सदनों में अच्छे से विचार विमर्श हुआ। आने वाले समय में यह सभी बातें सभी को प्रेरित करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बिल से देश के लोगों में एक नया विश्वास पैदा होगा। सभी सदस्यों और राजनीतिक दलों ने महिलाओं को सशक्त बनाने और ‘नारी शक्ति’ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए देश को एक मजबूत संदेश दें।
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को एक विशेष सम्मान सिर्फ विधेयक पारित होने से मिल रहा है ऐसा नहीं है, बल्कि इस विधेयक के प्रति देश के सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, ये हमारे देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में मौजूद हैं। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल महिला आरक्षण बिल पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के इस सवाल पर कि विधेयक कब लागू होगा? केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जवाब दिया कि संदेह न करें कार्यान्वयन के बारे में, ‘मोदी है तो मुमकिन है’।
महिला आरक्षण बिल पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैं इस विधेयक के समर्थन में खड़ा हूं। मेरी पार्टी और कठऊकअ पार्टियां पूरे दिल से इस विधेयक का समर्थन करती हैं।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार को उस समय पंचायत राज में 33 प्रतिशत आरक्षण लाने का श्रेय देना चाहती हूं। परिणामस्वरूप, हमने पंचायत स्तर पर विकास देखा, जहां आज कई राज्यों द्वारा 33% आरक्षण को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है। पंचायत स्तर पर महिलाओं के योगदान को दर्शाता है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि महिलाओं से संबंधित मामलों में हम कोई राजनीति नहीं करते। यह प्रधानमंत्री के लिए विश्वास का विषय है इसलिए हम वो सब कुछ करते हैं जो हमने किया है। चाहे वह अनुच्छेद 370 हो, तीन तलाक हो या अब महिला आरक्षण विधेयक। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में कहा कि देश को अब कुछ ही घंटों में प्रज्ञान और विक्रम के नींद से जागने का इंतजार है, ऐसा होते ही यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा। चंदमा पर 14 दिन की रात समाप्त होने वाली है और हमें बेसब्री से वहां सूर्योदय होने और उसके साथ ही ‘विक्रम’ व ‘प्रज्ञान’ के सक्रिय होने का इंतजार है। महिला आरक्षण बिल पर समाजवादी पार्टी सांसद एस. टी. हसन ने कहा कि यह अपनी पीठ थप-थपाने के लिए लाए हैं। क्या यह अभी लागू नहीं हो सकता था? अगर लोग पहले भी इसे लागू कर रहे थे तो अभी क्यों नहीं हो सकता था? यह सब एक जुमला है क्योंकि समय के साथ सब इसे भूल जाएंगे। इसमें 10-20 साल लगें कुछ नहीं कह सकते। महिला आरक्षण बिल पर भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो भी किया है अच्छे मकसद से किया है। किसी अन्य प्रधानमंत्री ने ऐसी चीजें नहीं कीं…ऐसा करना (बिल का विरोध करना) उनका (विपक्ष का) काम है, हमें इसकी चिंता नहीं है। कांग्रेस सांसद नसीर हुसैन, नीरज डांगी, अमी याजनिक, रंजीत रंजन, रजनी पाटिल, फूलो देवी नेताम, राजमणि पटेल, जेबी माथेर, डॉ. एल. हनुमंतैया ने महिलाओं के लिए ओबीसी आरक्षण को 33% के भीतर और साथ ही सीटों की वर्तमान व्यवस्था में महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने के लिए संशोधन पेश किया है। कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को यह आश्वासन देना चाहिए कि अगर 2029 से पहले जनगणना और परिसीमन नहीं होता तो दोनों अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि किसी को भी महिला आरक्षण बिल की आलोचना नहीं करनी चाहिए। यह बिल प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लाया गया है और सभी को इसकी सराहना करनी चाहिए और इसका समर्थन करना चाहिए।
महिला आरक्षण बिल पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि यह राजनीतिक एजेंडा कैसे है? कांग्रेस ने 27 साल तक लटका कर रखा था। मोदी जी ने महिलाओं के लिए जो किया वह देश याद रखेगा। अभी बिल आया है और अभी परीसिमन होगा, जिससे अगर कोई कोर्ट में चला भी जाए तो बिल वहां से खारिज ना हो जाए।
भारत-कनाडा विवाद पर कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि मैंने कल संसद में पीएम मोदी के साथ कनाडा में छात्रों के संबंध में चर्चा की और उन्होंने मुझसे कहा कि वे इसका ध्यान रखेंगे। हरदीप सिंह निज्जर मेरे दादाजी की हत्या करने वाले हत्यारों का दाहिना हाथ था। वह 1993 में वहां गया था और उसे वहां की नागरिकता मिल गई। निज्जर एंड कंपनी 10 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स और ड्रग पेडलर्स में से एक है। कनाडा ने इसमें भूमिका निभाई है, हमें पता है कि पहले पाकिस्तान कैसा हुआ करता था? अब कनाडा की वही हालत है। उन्होंने आरोप लगाया कि निज्जर एंड कंपनी का वहां के कई गुरुद्वारों पर कब्जा है और इसमें आने वाला चढ़ावा ट्रूडो की पार्टी को जाता है।