गांधी जयंती पर की सर्वपक्षीय सभा
नईटिहरी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादूर शास्त्री की जयंती पर उत्तराखंड राज्य आन्दोलन के शहीदों को याद करते हुये उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी की स्मृति में एक सर्व पक्षीय प्रार्थना सभा का आयोजन नई टिहरी के शहीद स्थल पर किया गया। सर्वपक्षीय मंच पर राज्य आंदोलनकारियों व वनाधिकार आंदोलन को लेकर चर्चा की गई। मौके पर राज्य आंदोलनकारियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
शहीद स्थल पर महात्मा गांधी व लाल बहादूर शास्त्री को याद करते हुये राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान को भी याद किया गया। इस मौके पर वनाधिकार आंदोलन के प्रणेता किशोर उपाध्याय ने कहा कि वनाधिकारी प्रदेशवासियों को दिये जाने चाहिए। वनों की ऐवज में फ्री बिजली व पानी के साथ ही हर माह एक एलपीजी सिलेंडर दिया जाना चाहिए। प्रदेश के लोगों की स्थिति तत्कालीन मंडल आयोग के मानकों के अनुसार पिछड़े क्षेत्र की है। इसलिए उत्तराखंड को ओबीसी में शामिल किया जाना चाहिए। सर्वपक्षीय सभा में यह भी निर्णय लिया गया कि शहीद स्थल को बौराड़ी स्थान्तरित किये जाने के बाद नई टिहरी में राज्य आंदोलनकारियों का शहीद स्थल बनाया जाना चाहिए, यहां पर इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। सभी लोगों ने वनाधिकार के साथ हकहकूकों को हासिल करने करने का संकल्प लेते हुये वनाधिकार कानून-2006 लागू करने की मांग की। सभी ने रोष जाहिर करते हुये कहा कि राज्य बनने के दो दशक बाद भी आंदोलनकारियों पर जुर्म ढाहने वाले पुलिस अधिकारियों को आज तक सजा नहीं दी गई है। जो अफसोस का विषय है। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष दर्शनी रावत, सेवादल की आशी रावत, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ की ममता उनियाल, चंडी प्रसाद डबराल, खेमराज चौहान, सुंदर लाल उनियाल, राजेंद्र प्रसाद डोभाल, उर्मिला महर, इसरार अहमद फारूखी, राजेंद्र असवाल, श्रीपाल चौहान, कमल सिंह महर सहित दर्जनों मौजूद रहे।