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पीएम ने खून-खराबे पर जताई चिंता, नड्डा बोले- स्वतंत्र भारत में ऐसा कभी नहीं देखा

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नई दिल्ली, एजेंसी। बंगाल हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन करके कानून और व्यवस्था कि स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया। दूसरी ओर, कोलकाता पहुंचे जेपी नड्डा ने कहा कि ऐसी असहिष्णुता हमने पहले कभी नहीं देखी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम विचारधारा की यह लड़ाई लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेंगे। राज्य में चुनाव बाद हिंसा का यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही हिंसा भड़क गई। बंगाल में खून खराबा जारी है। इसमें कथित तौर पर झड़प और दुकानों को लूटे जाने के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई, तो कई घायल हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन करके कानून और व्यवस्था कि स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार दोपहर को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात कर बंगाल में जारी हिंसा को लेकर चिंता व्यक्ति की है।
उधर, बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव के परिणाम आने के बाद जो घटनाएं हमने देखीं वो झटका देने वाली हैं और हम इसे लेकर चिंतित हैं। मैंने भारत के विभाजन के दौरान ऐसी घटनाओं के बारे में सुना था। हमने स्वतंत्र भारत में एक चुनाव के परिणाम के बाद ऐसी असहिष्णुता पहले कभी नहीं देखी।
राजस्थान के बारमेर जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां कोरोना से पिता की मौत होने से दुखी बेटी ने जलती चिता में छलांग लगा दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस बुरी तरह झुलस चुकी लड़की को सरकारी अस्पताल लेकर गई, जहां से उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, 73 साल के दामोदरदास शारदा की मौत मंगलवार सुबह कोरोना की वजह से हो गई। उन्हें रविवार को बारमेर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने कोविड-19 प्रोटोकल का पालन करते हुए अंतिम संस्कार के लिए शव को परिजनों को सौंप दिया।
बारमेर सिटी पुलिस स्टेशन के प्रभारी प्रेम प्रकाश ने कहा कि मृतक दामोदरदास की तीन बेटियां हैं। उनकी सबसे छोटी बेटी ने अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट के भीतर जाने की जिद की, क्योंकि उनके परिवार में कोई पुरुष सदस्य नहीं है। पुलिस ने कहा कि अंतिम संस्कार के दौरान चंद्रकला (34) अचानक पिता की जलती चिता में कूद पड़ी।
मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह उसे बाहर निकाला और पुलिस व एंबुलेंस को जानकारी दी। इसके बाद उन्हें बारमेर के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि चंद्रकला 70 फीसदी जल चुकी है। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर रेफर किया गया है।

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