पीएम ने छह मुख्यमंत्रियों से बात की, बेहतर तालमेल पर दिया जोर
नई दिल्ली, एजेंसी। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात ही। इस दौरान पीएम ने उत्तर प्रदेश, असम, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। पीएम मोदी ने मनसून और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों पर बात की। यह जानकारी पीएमओ ने दी है।
पीएम मोदी ने 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा के दौरान राज्य और केंद्र की एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया। पीएम ने बाढ़ की अग्रिम चेतावनी के लिए एक स्थायी सिस्टम और टेक्नोलजी के इस्तेमाल की बात कही। इस दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्घ्वास्घ्थ्घ्य मंत्री हर्षवर्धन, गृह राज्घ्य मंत्री नित्घ्यानंद राय और जी किशन रेड्डी के अलावा वरिष्घ्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ भाग लिया। राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, 6 अगस्त को बिहार में कई जिलों को प्रभावित करने वाली बाढ़ से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ सहित 30 से अधिक टीमों को तैनात किया गया था। बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिले प्रभावित हुए हैं।
केरल से मुख्यमंत्री एम पिनराई विजयन, राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन, स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा, मुख्य सचिव ड़ विश्व मेहता और डीजीपी लोकनाथ बेहरा बैठक में शामिल हुए। केरल के अलाप्पुझा जिले में कुट्टनाड तालुक के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। केरल सरकार के अनुसार, पांच और शव बरामद होने के बाद सोमवार को इडुक्की में राजमाला भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है। जैसा कि केरल में पिछले कई हफ्तों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कासरगोड जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जिला कलेक्टर (डीसी) ड़ डी सजीथ बाबू ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा से संबंधित मुद्दों का सामना करने के लिए तैयार है।
बैठक में कर्नाटक से राज्य के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई, राजस्व मंत्री आर अशोक ने भाग लिया। मांड्या जिले के उपायुक्त एमवी वेंकटेश ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक में कावेरी नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण एहतियात के तौर पर जनता को प्रतिबंधित कर दिया गया है। लगातार बारिश के कारण कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।