प्रगतिशील किसान-कांग्रेसियों ने अध्यादेश का विरोध किया
रुद्रपुर। केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गये किसान अध्यादेश से कांग्रेस कार्यकर्ता और प्रगतिशील किसान भड़क गये हैं। आक्रोशित लोगों ने सरकार से शीघ्र अध्यादेशों को वापस लेने की मांग की है। कहा अगर जबरन अध्यादेशों को लागू किया गया तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। रविवार को गांधी स्मारक निधि प्रांगण शांतिपुरी में कांग्रेस कार्यकर्ता और क्षेत्र के प्रगतिशील किसान एकत्रित हुए। यहां उन्होंने केंद्र सरकार के अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए सांकेतिक धरना दिया। पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा एक ओर सरकार आय दोगुनी करने की बात कर किसानों को झूठे सपने दिखा रही है। वहीं दूसरी ओर नये किसान अध्यादेश के जरिए बड़े पूंजीपतियों, आढ़तियों, बिचौलियों को संरक्षण और मंडी शुल्क माफ कर किसानों का शोषण करने की खुली छूट दे रही है। किसान नेता डॉ. गणेश उपाध्याय ने भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर खुली लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी। कांग्रेस प्रदेश सचिव विनोद कोरंगा ने केंद्र सरकार के किसान अध्यादेश को साजिश बताया। कहा सरकार का यह नया अध्यादेश हर तरह से किसानों को नुकसान पहुंचाने वाला है। जिसका देश भर के किसानों को संगठित होकर सड़कों पर निकल कर खुला विरोध करना चाहिए। यहां प्रधानपति बिशन सिंह कोरंगा, नारायण सिंह, शेर सिंह, राजेंद्र शर्मा, जिला पंचायत पति प्रेम आर्या, जगत सिंह कोरंगा, महिपाल सिंह, खीम सिंह मेहता, जयदत्त जोशी, हर सिंह बिष्ट, गुड्डू पांडे, बंशी मिश्रा, कैलाश जोशी, हरीश पांडे रहे।