प्रशासन ने जिले में 159 गेहूं क्रय केंद्र खोले
रुद्रपुर। जिले में गेहूं क्रय केंद्र तो खुल गए, मगर गेहूं का एक भी दाना नहीं पहुंचा। इससे केंद्र सूने पड़े रहे। केंद्र प्रभारी किसानों के आने का इंतजार करते दिखे। हालांकि केंद्रों पर पूरी तैयारी कर ली गई है। साथ ही किसान पंजीयन भी कराने में लगे हैं। किसानों के मुताबिक करीब एक सप्ताह बाद गेहूं की फसल पक कर तैयार होगी। इसके बाद ही केंद्रों पर गेहूं पहुंचेगा। गेहूं बेचने के लिए किसानों को इधर-उधर न भटकना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने जिले में गुरुवार को 159 क्रय केंद्र खोल दिए हैं। इनमें यूएसीएफ व सहकारिता के 113 केंद्र हैं। अन्य केंद्र नैफेड व आरएफसी के हैं। कुमाऊं में 18 लाख 50 हजार क्विटल गेहूं खरीद का लक्ष्य है। इनमें यूएस नगर का लक्ष्य 12 लाख क्विटल है। जिले में केंद्र खोलने के साथ ही प्रभारी भी तैनात कर दिए गए। मगर किसान गेहूं लेकर केंद्र पर नहीं पहुंचे। इसकी वजह अभी तक खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार भी नहीं हुई है। हालांकि गेहूं बेचने के लिए पंजीयन बुधवार से ही शुरु हो गया है। किसान पंजीयन करा रहे हैं। अनाज मंडी स्थित खाद्य नागरिक आपूर्ति के क्रय केंद्र का जायजा लिया तो वहां पर प्रभारी व कर्मचारी तैनात थे,मगर गेहूं का एक दाना भी तौला नहीं गया था। केंद्र प्रभारी हेमंत जोशी ने बताया कि सामान्यत: पांच अप्रैल के बाद ही गेहूं केंद्रों में तौल के लिए आता है। इसी तरह बगवाड़ा स्थित सहकारिता विभाग के केंद्र में गेहूं की तौल शुरु नहीं हो सकी। केंद्र प्रभारी पंकज शर्मा ने बताया कि अभी तक तौल शुरु नही हो सकी है। किसान गेहूं लेकर आएंगे तो तौल शुरु की जाएगी। व्यवस्थाएं पूरी हैं।
क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई। जिससे गेहूं खरीद के दौरान किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके। शासन की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा। – नीरज बेलवाल, उपनिबंधक सहकारिता कुमाऊं