भू-धंसाव प्रभावितों के लिए प्री फेब्रिकेटेड घर बनेंगे
चमोली। भू-धसांव से प्रभावित जोशीमठ के परिवारों के लिए सरकार तीन कमरों का प्री फेब्रिकेटेड मकान बनाने जा रही है। ऐसे भवन में प्रभावित परिवार अपनी भूमि पर भी बना सकते हैं और भूमि न होने पर सरकारी भूमि पर भी ऐसे मकान बनाए जा सकते हैं। कैबिनेट मंत्री और चमोली के प्रभारी मंत्री ड़ धन सिंह रावत ने बताया कि भू-धंसाव प्रभावित लोगों को अभी राहत शिविरों में रखा गया है। अगर वे होटलों में रहना चाहते हैं तो वहां रहने का किराया और भोजन की राशि सरकार देगी। पर अगर ऐसे परिवार होटलों में रहना असुविधा जनक मानते हैं तो फिलहाल उनके लिए प्री फेब्रिकेटेड मकान बनाने का निर्णय भी सरकार ने लिया है। चमोली प्रशासन ऐसे प्री फेब्रिकेटेड मकान बनाएगी।
भू-धसांव प्रभावितों के लिए बनने वाले प्री फेब्रिकेटेड मकान का माडल जोशीमठ के सुनील क्षेत्र में तैयार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रभावित लोग इस प्री फेब्रिकेटेड मकान को देख कर अपने लिए प्री फेब्रिकेटेड मकान बनाने की स्वीति दे सकते हैं।
760 भवनों को किया गया चयनितरू जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 760 भवनों को चयनित किया गया है। जिनमें दरारें आई हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत 185 परिवारों के 657 सदस्यों को अस्थायी राहत शिविरों में विस्थापित किया है। सेन्ट्रल बिल्डिंग रिसर्च इन्स्टीट्यूट और प्रशासन की टीम द्वारा नगर क्षेत्र में भवनों का संयुक्त सर्वेक्षण कार्य जारी है।
टीम कर रही संयुक्त सवेर्रू भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत स्थित भवनों का जिला प्रशासन एवं सीबीआरआई की तकनीकी टीम द्वारा संयुक्त सर्वेक्षण किया जा रहा है। जोशीमठ नगर पालिका में कुल 1790 भवन पंजीत हैं, जबकि नगर पालिका के अन्तर्गत कुल 2695 भवन स्थित है। इन सभी भवनों का संयुक्त सर्वेक्षण टीम द्वारा सर्वे किया जा है॥