पुरानी पेंशन बहाली को 66 लाख कर्मचारी परिवार सहित बैठेंगे उपवास पर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की शनिवार को आयोजित प्रदेश स्तरीय बैठक में 11 सितम्बर को एक दिवसीय पारिवारिक उपवास के कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई। 13 सितम्बर को देश के 66 लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर 1 दिन का उपवास रखेंगे। प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि उपवास कार्यक्रम असल में सत्याग्रह की शुरुआत है पेंशन के प्रति जागरूकता अब धीरे-धीरे कर्मचारियों में अलख जगा रही है। जिस कारण लोग एकजुट हो रहे हैं। उत्तराखंड में 2 लाख के आसपास कर्मचारी है ये कर्मचारी यदि पेंशन के लिए एकजुट हो जाएं तो सरकार अवश्य पुरानी पेंशन को बहाल करेगी।
बैठक में प्रदेश महासचिव ने कहा कि संयुक्त मोर्चा जनवरी से लगातार पुरानी पेंशन की बहाली के लिए प्रदेश में जिलास्तर पर लगातार कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जिसकी शुरुआत जनवरी में बागेश्वर पुरानी पेंशन बहाली संकल्प के कार्यक्रम से की गई तत्पश्चात जून एक दिया ओपीएस के नाम कार्यक्रम में राज्य में लाखों कर्मचारियों ने अपने जीवन के अंधकार को दूर करने के लिए ओपीएस की बहाली हेतु घरों में दिए जलाए। उसके बाद प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर एनपीएस की विसंगति को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय जागरूकता अभियान के लिए घर घर पोस्टर लगवाए। जुलाई के महीने में संयुक्त मोर्चा ने पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से पेड़ लगाते हुए सरकार अपने भविष्य संरक्षण हेतु ओपीएस की मांग की। 15 अगस्त को सोशल मीडिया के सबसे प्रचलित प्लेटफार्म ट्विटर पर हैशटैग को देश में नम्बर 1 हैशटैग बनाया। शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के सम्मान में ओपीएस बहाल करने की मांग की। इसी संघर्ष का परिणाम है कि सरकार नींद से जागी और केंद्र सरकार को पुरानी पेंशल बहाली को लेकर पत्र भेजा। प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि सरकार हमारे प्रयासों पर ध्यान दे रही है यह बहुत अच्छी बात है लेकिन राज्य सरकार के मात्र पत्र लिख देना भर हमारी जीत नहीं है। हमने कोरोना के काल में उस माध्यम को अपना हथियार बनाया है जिस पर सारा भारत ध्यान दे रहा था। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा की उत्तराखंड की सम्पूर्ण टीम हालात सामान्य होते ही जल्द ही धरातल पर वृहत आन्दोलन की योजना पर काम कर रहे हैं, जिसमें प्रत्येक ब्लॉक से भागीदारी सुनिश्चित है। पेंशन पारिवारिक उपवास इस बात का प्रतीक है कि बुढ़ापे में एनपीएस की वजह से कर्मचारी और उसके परिवार को भूखा रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 13 सितम्बर को समस्त कर्मचारी परिवार सहित उपवास रखें और सांय 3 से 6 बजे तक हैशटैग को ट्वीट कर कार्यक्रम को सहयोग प्रदान करें। बैठक में प्रदेश स्तर पर देवेंद्र बिष्ट, योगिता पन्त, रज्जन कफलटिया, प्रवीण भट्ट, लक्ष्मण रावत, गढ़वाल मण्डल से जयदीप रावत, दिलबर सिंह रावत, नरेश भट्ट, निर्मला थापा, सौरभ नौटियाल, दीपक गोडियाल, प्रदीप जुयाल, मेहरबान सिंह भंडारी, भवान नेगी, कविता कोटनाला, कुमाऊं मंडल से कपिल पांडे, राजीव कुमार, राजेन्द्र शर्मा, सुबोध कांडपाल, रेनु डांगला, दया जोशी, त्रिभुवन बिष्ट, मिलिन्द बिष्ट इत्यादि शामिल रहे।