पूर्व विधायक व पालिकाध्यक्ष को पुलिस ने किया नजरबंद
रुद्रपुर। मुख्यमंत्री का हेलीपैड में जाकर विरोध करने की तैयारी कर रहे पूर्व विधायक नारायण पाल, पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे और जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। मुख्यमंत्री के वापस लौटने के बाद पाल के आवास से पुलिस बल वापस लौटा। पूर्व विधायक नारायण पाल, पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे, जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष किशोर राय, रमेश राय, राजकुमार मजूमदार, पूरन चौहान मुख्यमंत्री को विरोध करने के लिए सितारगंज जाते वक्त ही शक्तिफार्म पुलिस ने रोक लिया। इन्हें मुख्यमंत्री के वापस लौटने तक पूर्व विधायक नारायण पाल के सितारगंज स्थित आवास पर नजरबंद किया। पूर्व विधायक नारायण पाल ने कहा कि शक्तिफार्म के अलका बैरागी की मौत के बाद पुलिस ने घोर लापरवाही बरती है। किसान आंदोलन के दौरान लगभग 176 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। चीनी मिल बंद कर दी गयी। विकास प्राधिकरण के नाम पर लूट खसोट की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दो बार घोषणा के बावजूद भी बंगाली समुदाय के प्रमाण पत्रों से अभी तक पूर्वी पाकिस्तानी शब्द नहीं हटाया गया। इन्हीं मुद्दों को लेकर वह समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध करने जा रहे थे।