देश-विदेश

12000 अश्व शक्ति वाला रेल इंजन लाएगा देश के रेलवे क्षेत्र में क्रांति

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

रेलमंत्री ने किया 12 हजार हार्स पावर वाले देश के सबसे शक्तिशाली मालगाड़ी इंजन का निरीक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
सहारानपुर: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सहारनपुर के खानआलमपुरा स्थित उत्तर रेलवे के विद्युत लोको अनुरक्षण डिपो के साथ ही यहां लगे 12000 अश्व शक्ति के रेल इंजन का निरीक्षण किया। यह इंजन नेविगेशन की अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारत में तैयार किए गया है। 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति सीमा वाला यह इंजन मुख्य तया रेलवे फे्रट कारिडोर के लिए बनाया गया है
रेल मंत्री ने सहारनपुर में लोकोमोटिव अनुरक्षण डिपो में 12000 अश्व शक्ति के इंजन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह इंजन नेविगेशन की अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारत में तैयार किए गया है । यह 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की गतिसीमा वाला है। उन्होंने कहा कि यह इंजन उस पहली खेप में शामिल हैं, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधेपुरा रेल इंजन कारखाने से रवाना किया था। सहारनपुर को 12 हजार हार्स पावर के तीन इंजन दिए गए थे, इसमें दो का संचालन हो रहा है, एक अभी खानआलमपुरा यार्ड में रखा है। इस सबसे शक्तिशाली इंजन के निर्माण के साथ ही भारत रूस, चीन, जर्मनी और स्वीडन सहित उन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया था, जिनके पास 12,000 एचपी या इससे ज्यादा की क्षमता वाला विद्युत रेल इंजन है। इसे देखने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह रेलवे की बड़ी उपलब्धि है। इसका जल्द प्रयोग शुरू कराया जाए। अत्याधुनिक सुविधाओं वाला यह अनुरक्षण डिपो संयुक्त उपक्रम मॉड्यूल के तहत स्थापित किया गया है । इस डिपो में लोको पायलटों के प्रशिक्षण के लिए एक प्रशिक्षण स्कूल भी है । यह एक सस्टेनेबल सम्पत्ति है, जिसमें अपशिष्ट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, वर्षा जल संचयन, प्राकृतिक रोशनी के लिए डे-लाइट पैनल और शत-प्रतिशत एलईडी का उपयोग किया गया है । डिपो में रेलकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में बड़े सकारात्मक बदलाव देखे हैं । बुनियादी ढॉंचा और परिसम्पत्तियों, यात्री और मालगाड़ी सेवाओं में आधुनिकीकरण के प्रयास किए गए हैं । हर क्षेत्र में बडे पैमाने पर डिजिटलीकरण से दिन-प्रतिदिन के मामलों को चलाने में आसानी हो रही है । साथ ही कुशल यात्री और माल ढुलाई मॉड्यूल भी तैयार किया गया है । उन्होंने अधिकारियों को अपने विचारों को साझा करने और भारत में रेलवे की बेहतरी के लिए अभिनव रूप से उपयोग किए जाने वाले निष्कर्षों को साझा करने के लिए उत्साहित किया। । इस दौरान रेल मंत्री के साथ उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, अम्बाला मंडल के मंडल रेल प्रबंधक गुरिन्दर मोहन सिंह, दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, डिम्पी गर्ग, उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षगण और अम्बाला व दिल्ली मंडल के अनेक वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे।
फोटो: 01
कैप्शन: सहारनपुर के खानआलमपुरा रेलवे विद्युत लोको अनुरक्षण डिपो का निरीक्षण करते रेल मंत्री

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!