आफत बनी बारिश, जन-जीवन अस्त व्यस्त
कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में मंगलवार को हुई भारी बारिश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह जल भराव व नदी-नालों के ऊफान पर आने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पनियाली गदेरे के उफान पर आने से आसपास के परिवारों की सांसे अटकी रही। वहीं, भाबर क्षेत्र के तेलीसोत में आए उफान के कारण गदेरे का पानी गुर्जरों के डेरे में घुस गया। पानी का बहाव देखकर लोगों में अफरा तफरी मच गई। उन्होंने आनन फानन में अपना सामान ऊंचे स्थानों पर रखा।
क्षेत्र में पिछले दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में नगर क्षेत्र के बीच से गुजरने वाला पनियाली गदेरा आमजन के लिए मुसीबत बन रहा है। बारिश होते ही गदेरे उफान पर बह रहा है। ऐसे में गदेरे के आसपास रहने वाले परिवारों को जान-माल का खतरा बना हुआ है। वहीं, यह परिवार प्रशासन की चेतावनी के बाद भी खतरे की जद में आए अपने भवनों को खाली नहीं कर रहे हैं। वहीं, मंगलवार सुबह करीब छह बजे अचानक तेलीसोत गदेरा उफान पर आ गया। पानी का तेज बहाव लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत गुलरझाला बीट में बसे गुर्जरों के डेरे में जा घुसा। वन गुर्जरों ने अपना सामान ऊंचे स्थान पर रखकर उसे खराब होने से बचाया और वन विभाग को सूचना दी। सूचना पर कोटद्वार रेंज अधिकारी अजय ध्यानी वन कर्मियों को साथ लेकर गुर्जर डेरे पर पहुंचे और किसी तरह गदेरा पार कर डेरे में फंसे पांच परिवारों के 25 सदस्यों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। रेंज अधिकारी अजय ध्यानी ने बताया कि जेसीबी से गदेरे के उफान का रुख दूसरी तरफ किया गया है। वन गुर्जरों के डेरे को बचाने के लिए वन कर्मियों को तैनात किया गया है।
पश्चिमी झंडी चौड में बही पुलिया
भारी बारिश के दौरान पश्चिमी झंडीचौड़ के प्रेम नगर कालोनी से वार्ड नंबर 36 को जोड़ने वाली पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि सुबह से क्षेत्र में लगातार बरिश हो रही थी। जिससे 25 वर्ष पुरानी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। इस पुलिया से स्कूली बच्चे आवाजाही करते थे। उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
भू-कटाव से बढ़ा खतरा
भारी बारिश के कारण रतनपुर में खोह नदी पर बने पुल के समीप लगातार हो रहे भू-कटाव से स्थानीय राजकुमार प्रजापति के मकान को खतरा हो गया है जबकि झूलाबस्ती गाड़ीघाट में ट्रंचिंग ग्राउंड के समीप नगर निगम के कूड़ा छंटाई केंद्र के लिए बनाया गया रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया है। खोह नदी के कारण रतनपुर और जीतपुर में कृषि भूमि का लगातार कटाव हो रहा है। बहेड़ा स्रोत के उफान पर होने से बाढ़ का पानी नदी किनारे बनी सड़क पर बहने लगा।