राष्ट्रीय पुरानी पेंशन संयुक्त मोर्चा ने दी आंदोलन की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन संयुक्त मोर्चा से जुड़े कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आगामी 20 जनवरी को उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेगें। मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि यदि कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो अब आंदोलन सड़कों पर किया जाएगा। स्पष्ट नीति की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन संयुक्त मोर्चा की वार्षिक बैठक 14 जनवरी को सम्पन्न हुई। प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संघर्ष को एक वर्ष पूर्ण हो गया है। सरकार ने मात्र प्रस्ताव भेजकर खाना पूर्ति की है। यदि सरकार की स्पष्ट नीयत है तो पेंशन बाहली को के संकल्प के विधानसभा में पारित कर केन्द्र को भेजें। प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन के संघर्ष को ईमानदारी से राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा निरन्तर गति दी जा रही है। 20 जनवरी को प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों व उप जिलाधिकारियों को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के सदस्यों द्वारा ज्ञापन दिया जाना है। जिसके लिए रूपरेखा तैयार कर ली गयी है। प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीसी पसबोला ने कहा कि इस मुद्दे के प्रति प्रत्येक को व्यक्तिगत प्रयास करने होंगे। विचार गोष्ठियों की नितांत आवश्यकता है। प्रत्येक जन प्रतिनिधि को साथ लेना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी संघर्ष को मजबूत करने के प्रयास करें। बैठक में डॉ. हिमांशु जगुडी, कमलनयन रतूड़ी, कमलेश कुमार मिश्रा, महेश गिरी, मिलिन्द बिष्ट, नवीन कुमार, पूरा फस्वार्ण, राजीव उनियाल, राजेन्द्र देव, राकेश रावत, संतोष कुमार सिंह खेतवाल, शंक भट्ट, शंकर सिंह, सीताराम पोखरियाल, अनिल बडोनी, सौरभ नौटियाल, नरेश कुमार भट्ट, प्रदीप सजवाण, मनोज भंडारी, स्वरूप जोशी, पुष्कर नयाल, राजीव कुमार, कपिल पांडे, अमित रावत, अंजू शर्मा, योगिता पंत, आर्यन, अतुल कुमार, अवधेश सेमवाल, भवान सिंह नेगी, दिनेश पसबोला आदि मौजूद थे।