जयती पर सावित्री बाई फुले को किया याद
शैलशिल्पी विकास संगठन की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
शैल शिल्पी विकास संगठन की ओर से देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की 191वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया। इस दौरान संगठन ने समाज सेवा के लिए सावित्री बाई फुले के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कहा कि समाज सेवा के लिए दिए गए फुले के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
सोमवार को सिम्मलचौड़ स्थित जयानंद भारतीय स्मृति पुस्तकालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संगठन के संयोजक विकास कुमार आर्य ने कहा कि
सावित्री बाई फुले ने 19वीं सदी में महिलाओं के अधिकारों, अशिक्षा, छुआछूत, सती प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई। महाराष्ट्र में जन्मी सावित्री बाई फुले ने अपने पति समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के मार्गदर्शन में कई कांतिकारी कार्य करते हुए सामाजिक चेतना फैलाई तथा महिला शिक्षा का पहला स्कूल भी शुरू किया। कहा कि देश के युवाओं को सावित्री बाई पर लिखी पुस्तकों का अध्ययन कर उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। इस मौके पर जगदीश राठी, जयदेव सिंह, हृदय राठी, शिवकुमार, सतीश प्रकाश, सूरवीर खेतवाल, श्रद्धानन्द, सुभाष चंद्र, राजेंद्र सिंह, महावीर सिंह, अनिल कुमार, सतेंद्र खेतवाल, अरुण कोटला आदि मौजूद रहे।