राजेंद्र रावत के योगदान को किया याद
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी: उमेश डोभाल ट्रस्ट एवं अजीम प्रेम जी फाउंडेशन के तत्वावधान में राजेंद्र रावत की 15वीं पुण्यतिथि पर राजेन्द्र रावत राजू स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राजेन्द्र रावत राजू को पुष्पांजलि अर्पित कर हमारे राजू भाई लघु फिल्म की प्रस्तुति से हुई।
गढवाली साहित्यकार वीरेंद्र पंवार ने राजेंद्र रावत को याद करते हुए उनको आम आदमी की आवाज बताया, कहा कि वो जनान्दोलनो से लेकर हर समस्या के मोर्चे पर जनता के साथ खड़े रहे। इस अवसर पर वीर चंद्र सिंह गढ़वाली व्याख्यान माला में मुख्यवक्ता सोशल एक्टिविस्ट अतुल सती ने पहाड़ में विकास की दशा, दिशा और चुनौतियां के विषय पर कहा कि विकास का मॉडल विनाश के तर्ज पर नहीं होना चाहिए। उत्तराखंड आंदोलन उत्तराखंड के विकास के लिए किया गया था ना कि विनाश के लिए। कहा कि प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में बन रही सुरंगे बहुत खतरनाक है। समारोह में अशफ़ाक राम नाटक का मंचन भी हुआ। नाटक की परिकल्पना निर्देशन और एकल अभिनय शाहजहांपुर से रंगकर्मी मनीष मुनि द्वारा किया गया। नाटक काकोरी कांड के नायकों पर आधारित था। इस दौरान राजेन्द्र रावत राजू स्मृति निबंध प्रतियोगिता के पुरस्कारों का वितरण भी हुआ। प्रतियोगिता में रेशमा ने पहला, लक्ष्य कुमार ने दूसरा व रिया चौहान ने तृतीय, शुभम बिष्ट ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष विमल नेगी, आशीष नेगी, सुरेश नौटियाल, सुभाष चंद्र, ट्रस्टी रवि रावत रघुवीर सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह रावत, राम सिंह रावत, अशोक बौड़ाई, विकास बड़थ्वाल, अग्निमित्र रावत, मनोज रावत, यमुना राम, विनय शाह, जसपाल रावत आदि शामिल रहे।