श्री महादेव गिरि संस्त महाविद्यालय में मनाया संस्त दिवस
हल्द्वानी। श्री महादेव गिरि संस्त महाविद्यालय देवलचौड में संस्त दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों ने वैदिक मंगलाचरण किया। कार्यक्रम में संस्त भारती की प्रांत अध्यक्ष जानकी त्रिपाठी को सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि ड़ राजेंद्र भट्ट रहे। संचालन करते हुए मुख्य वक्ता ड़ चंद्र प्रकाश उप्रेती ने कहा कि संस्त सबसे प्राचीन भाषा है। विश्व की सभी भाषाओं में संस्त ही मूल है। महाविद्यालय के प्राचार्य ड़ नवीन चंद्र जोशी ने कहा कि हमारे वेद पुराण संस्त भाषा में ही लिखे गये हैं। यह देवों की भाषा है, इसीलिए संस्त को देववाणी कहा जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता चन्द्रशेखर भट्ट ने की। कार्यक्रम में आचार्य राकेश पंत, ड़क कैलाश चंद्र सनवाल, प्रमोद जोशी, अनुराग जोशी, विनोद पाठक, जितिन बुधलाकोटी, भाष्कर जोशी, पान सिंह बिष्ट, नीरज बिष्ट, ड़ रमेश चंद्र द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।