शराब की ओवररेटिग करते अनुज्ञापी और सेल्समैन रंगे हाथों गिरफ्तार
बागेश्वर। पुलिस अधीक्षक (एसपी) मणिकांत मिश्रा ने शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी सादे भेष में मुख्यालय स्थित शराब की दुकान में पहुंचे और अनुज्ञापी और सेल्समैन को ओवररेटिग करते रंगे हाथों पकड़ कर लिया। मुकदमा दर्ज कराया। एसपी ने शराब की दुकान का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति कर डीएम को भेज दी है। बीते शनिवार की देर रात किसी ने फोन कर पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा को ओवररेटिंग की शिकायत की। फोन आते ही एसपी देर रात करीब 8 बजे मुख्यालय स्थित शराब की दुकान में पहुंच गए। सेल्समैन से उन्होंने दो शराब के अलग-अलग ब्रांडों के रेट पूछे। सेल्समैन ने तय रेट से 110 रुपये अधिक मांगा। उन्होंने पैसा दे दिया और शराब की दो बोतलें खरीद ली। इसके बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को फोन किया। मौके से उन्होंने सेल्समैन सुंदर सिंह गढिया पुत्र राजेंद्र सिंह गढिया निवासी पोथिग, कपकोट को मौके पर से गिरफ्तार किया। आरोपित पर आइपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक ने अनुज्ञापी पूरन सिंह बिष्ट पुत्र हरक सिंह निवासी बड़ेत पर भी मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। रविवार को अनुज्ञापी को भी गिरफ्तार कर आइपीसी की धारा 420, 120बी व आबकारी एक्ट की विभिन्न धाराओं में तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
ओवररेटिग से ढाई लाख प्रतिदिन कमाई: जिला मुख्यालय की शराब की दुकान की प्रतिदिन ओवररेटिग से ढाई लाख रुपये की कमाई है। यानी प्रतिमाह 75 लाख रुपये। इस अवैध कमाई का पैसा बड़े-बड़े लोगों को जाता है। जिस कारण यह अवैध धंधा बेखौफ फल-फूल रहा है।
दूसरी बार ओवररेटिग में पकड़े गए : शराब की यह दुकान इससे पहले बीते 29 अक्टूबर को मुख्यालय स्थित शराब की दुकान के सेल्समैन व अनुज्ञापी पर कार्रवाई की गई थी। अब दूसरी बार दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
लोग हर दिन ओवररेटिग की शिकायत कर रहे है। जिस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। नियम तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। – मणिकांत मिश्रा, पुलिस अधीक्षक, बागेश्वर